मैरवा : डेढ़ साल पहले उत्क्रमित विद्यालय, करजनीया में प्रभारी हेडमास्टर द्वारा विद्यालय के पैसे गबन करने के मामले में अब तक विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से नाराज ग्रामीणों ने एक दिसंबर से विद्यालय में तालाबंदी की योजना बनाते हुए इसकी सूचना विभाग को दी थी़ इस सूचना से घबराये विभाग ने गुरुवार को ग्रामीणों की मांग सुनने के लिए बीइओ राजकुमारी देवी को भेजा. जहां बीइओ ने ग्रामीणों से 15 दिन के समय की मांगा व आश्वासन दिया कि गबन की जांच की जायेगी. इसकी रिपोर्ट वरीय आधिकारी को देते हुए कानूनी कार्यवाही भी की जायेगी़ साथ ही जांच के दौरान आरोपित शिक्षक मनोज कुमार को बीआरसी में प्रतिनियुक्त किया जायेगा़ उक्त विद्यालय मे तालाबंदी की सूचना पर पहुंची बीइओ ने ग्रामीणों की अन्य शिकायतें भी सुनी़ं ग्रामीणो का आरोप था कि डेढ़ साल पहले तत्कालीन प्रभारी हेडमास्टर मनोज कुमार राम द्वारा भवन व छात्रवृत्ति योजना में घपला किया है़
काम हुआ नहीं और खाते से लाखों रुपये की निकासी कर ली गयी़ उस समय हंगामे के बाद पहुंचे वरीय द्वारा इस मामले की जांच व कार्रवाई का आश्वासन दिया गया़ परंतु कार्रवाई तो दूर उक्त शिक्षक को पुन: उसी विद्यालय में योगदान करने के लिए भेज दिया गया़ इस घटना से पुरानी बातें भूले ग्रामीणों को एक बार फिर गबन की बात याद आ गयी़ इस घपले में वरीय लोगों का हाथ होने का संदेह करते ग्रामीणों ने एक दिसंबर से यह कहते तालाबंदी करने की बात कही कि अब मामले की कार्रवाई तक पठन- पाठन बंद रहेगा़ इस आक्रोश का भनक लगते ही अधिकारी हरकत में आ गये और मामले के निष्पादन के लिए बीइओ ने 15 दिन का लिखित आश्वासन ग्रामीणों को दिया तब मामला शांत हो सका़ हालांकि बंद की सूचना पर छात्र पहले ही विद्यालय नहीं आये थे़