सीवान : रघुनाथपुर के बसंतपुर ग्रिड से विद्युत की आपूर्ति में अभी एक वर्ष से अधिक का समय लगेगा. यह समस्या उद्घाटन के दो माह बाद भी जमीन का अधिग्रहण नहीं होने से उत्पन्न हुई है. हालांकि विभाग का दावा है कि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. विभाग की बातों पर गौर करें, तो छह एकड़ रकबा में बननेवाले इस ग्रिड के लिए 2.81 एकड़ जमीन स्थानीय 12 कास्तकारों ने देने की पेशकश की है. शेष 3.08 एकड़ जमीन सरकारी है.
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नये ग्रिड से विद्युत आपूर्ति में एक वर्ष से अधिक की देरी
सीवान : रघुनाथपुर के बसंतपुर ग्रिड से विद्युत की आपूर्ति में अभी एक वर्ष से अधिक का समय लगेगा. यह समस्या उद्घाटन के दो माह बाद भी जमीन का अधिग्रहण नहीं होने से उत्पन्न हुई है. हालांकि विभाग का दावा है कि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. विभाग की बातों पर गौर […]
विभाग का कहना है कि सरकारी जमीन के अधिग्रहण में कोई समस्या नहीं है. निजी जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. अंचलाधिकारी रघुनाथपुर बृज बिहारी कुमार की बातों पर गौर करें, तो काश्तकारों की जमीन अधिग्रहण के लिए डीसीएलआर को पत्र भेजा गया है. वहां से सहमति मिलने के बाद काश्तकारों को जमीन का उचित कीमत देते हुए विभाग को रजिस्ट्री करा दी जायेगी. सीओ श्री कुमार ने बताया कि काश्तकारों को मुआवजा एमवीआर का चार गुना दिया जायेगा,
जिसका भुगतान विभाग करेगा. बताते चलें कि रघुनाथपुर प्रखंड के बसंतपुर गांव में 150 एमवीए क्षमता के ग्रिड का निर्माण होना है. इससे जिले के आधे से अधिक प्रखंडों को बिजली आपूर्ति में सुधार होगा. 132/33 केवी के क्षमतावाले इस ग्रिड में 50 एवीए के तीन ट्रांसफाॅर्मर लगाये जायेंगे. छह एकड़ क्षेत्रफल में निर्मित होनेवाले इस ग्रिड का शिलान्यास सात अक्तूबर को जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार, स्थानीय विधायक हरिशंकर यादव व एमएलसी शिवप्रसन्न यादव ने संयुक्त रूप से किया था. ग्रिड का निर्माण बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा कराया जा रहा है. निर्माण का जिम्मा कंपनी ने यूपी के गेटडेक कंपनी को दिया है. ग्रिड के निर्माण में करोड़ों की लागत आयेगी. ग्रिड को छपरा से एक लाख 32 हजार वोल्ट की आपूर्ति होगी. जहां से पावर सब स्टेशन को 33 हजार वोल्ट की सप्लाइ की जायेगी. विभाग की बातों पर गौर करें, तो मौजूदा समय में तरवारा मोड़ पर कार्यरत ग्रिड से इसकी क्षमता ज्यादा है. ग्रिड से दरौली, गुठनी, आंदर, जीरादेई, रघुनाथपुर, हसनपुरा, चैनपुर, सिसवन व मैरवा सब स्टेशन को विद्युत की आपूर्ति की जायेगी.
इंसेट:
एक नजर में निर्माणाधीन पावर ग्रिड
क्षमता- 150 एमवीए, 50-50 एमवीए के लगेंगे तीन ट्रांसफाॅर्मर
ग्रिड के लिए अधिगृहीत भूमि -6 एकड़
सरकारी जमीन का रकबा- 3.08 एकड़
निजी जमीन का रकबा- 2.81 एकड़
निजी जमीन देनेवाले लोगों की संख्या- 12
लाभान्वित प्रखंड- दरौली, गुठनी, आंदर, जीरादेई,
रघुनाथपुर, हसनपुरा, चैनपुर सिसवन, मैरवा.
प्रथम वर्ष में आपूर्ति – 50 एमवीए
कार्यदायी संस्था- बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड
ग्रिड को विद्युत आपूर्ति- 1 लाख 32 हजार वोल्ट
ग्रिड से विद्युत आपूर्ति- 33 हजार वोल्ट
रघुनाथपुर ग्रिड का जिले में पहला स्थान होगा
क्षमता के हिसाब से रघुनाथपुर ग्रिड का जिले में पहला स्थान होगा. इसकी क्षमता 150 एमवीए की है. जहां 50-50 एमवीए के तीन ट्रांसफाॅर्मर लगाये जायेंगे. इसके बाद तरवारा मोड़ पर पूर्व से संचालित ग्रिड का स्थान होगा. वर्तमान समय में यहीं से जिले को विद्युत की आपूर्ति की जाती है. यहां 50-50 एमवीए के दो व 20 एमवीए का एक ट्रांसफाॅर्मर काम कर रहा है. तीसरा स्थान मलमलिया में निर्माणाधीन ग्रिड का है. इसकी क्षमता 40 एमवीए की है. यहां 20-20 एमवीए के दो ट्रासंफाॅर्मर लगाये जायेंगे.
दिसंबर में जमीन अधिग्रहण की होगी प्रक्रिया
दिसंबर माह में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जायेगा. इधर नक्शा विभाग को भेज दिया गया है. सहमति मिलने के साथ ही अगले वर्ष जनवरी माह से ग्रिड का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा. नियम के तहत जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के एक वर्ष के भीतर निर्माण कार्य को पूरा कर लेना है.
शशांक भूषण, सहायक विद्युत अभियंता ग्रिड
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