करीब सात माह से भुगतान करने का दिया जा रहा है अश्वासन
Advertisement
सीजेरियन राशि नहीं मिलने से रोष
करीब सात माह से भुगतान करने का दिया जा रहा है अश्वासन जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत दी जाती है प्रोत्साहन राशि सीवान : जिले में एक मात्र सदर अस्पताल में ही सिजेरियन की व्यवस्था है. जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत सिजेरियन करने वाले डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को एक निर्धारित प्रोत्साहन राशि दी […]
जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत दी जाती है प्रोत्साहन राशि
सीवान : जिले में एक मात्र सदर अस्पताल में ही सिजेरियन की व्यवस्था है. जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत सिजेरियन करने वाले डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को एक निर्धारित प्रोत्साहन राशि दी जाती है. यह प्रोत्साहन राशि एक अप्रैल 2016 से आज तक लंबित होने के कारण डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों में रोष व्याप्त है.
एक अप्रैल 2016 से लेकर 31 अक्तूबर तक करीब 379 सिजेरियन सदर अस्पताल में हुए हैं. इसकी प्रोत्साहन राशि का भुगतान अभी तक डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को नहीं किया गया है. स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि उन्हें एक अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2016 तक किये गये सिजेरियन की प्रोत्साहन राशि विभाग ने भुगतान नहीं करने को कहा है. कर्मचारियों ने बताया कि इस योजना के तहत पारा मेडिकल स्टाफ को भी प्रोत्साहन राशि देनी है,लेकिन आज तक पारा मेडिकल स्टाफ को प्रोत्साहन राशि नहीं दी गयी.
प्रोत्साहन राशि का होगा पीएफएमएस से भुगतान : जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत सिजेरियन के लिए डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी पीएफएमएस से ही होना है. इसके लिए सिजेरियन करने वाले डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को भुगतान के लिए एकाउंटेंट के पास क्लेम करना होगा.
अब किसी भी राष्ट्रीय कार्यक्रम में लाभुकों को दी जाने वाली राशि का भुगतान पीएफएमएस से ही करना है. बताया जाता है कि इसी कारण भुगतान में विलंब हो रहा है. पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) लागू होने के बाद सरकारी विभागों में कार्य करने की स्पीड धीमी हो गयी है. जब से विभाग ने सिजेरियन करने के लिए प्रोत्साहन राशि को घोषणा की है
तब से सिजेरियन करने में डॉक्टर व कर्मचारी रुचि लेने लगे हैं. पहले तो बिना पैरवी के सदर अस्पताल में सिजेरियन होता ही नहीं था. विभाग का मानना है कि कुल प्रसव का पांच प्रतिशत जटिल प्रसव होता है जिसका सिजेरियन करना अनिवार्य होता है. सदर अस्पताल में सिजेरियन होने से गरीब मरीजों को काफी राहत मिली है.
क्या कहते हैं अधिकारी
भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जल्द ही सभी लोगों को दे दिया जायेगा. इसके वितरण के लिए निर्देश दिया गया है.
डाॅ एमके आलम, उपाधिक्षक, सदर अस्पताल, सीवान
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement