नवरात्र का हर दिन मां दुर्गा के भक्तों के लिए खास होता है. शहर से गांव तक देवीमय हो चुके माहौल को देख कर इसका अंदाजा भी सहज लगाया जा सकता है. सुबह से देर रात तक मां का जयकारा व मंत्रोच्चार हर तरफ गूंज रहा है. मंदिरों में दिन भर पूजा-अर्चना का कार्यक्रम चल रहा है.
पूजा के लिए मंदिरों में उमड़ रहे श्रद्धालु
सीवान : दुर्गापूजा का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. गुरुवार को शारदीय नवरात्र की पंचमी का पूजन हुआ. भक्तों ने मां के स्कंदमाता रूप का ध्यान किया. दो दिन बाद यानी सप्तमी से देवी की प्रतिमाओं के पट दर्शन पूजन के लिए खुल जायेंगे. ऐसे में आयोजकों के पास समय कम है़ लगभग सभी जगह तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. पंडाल व प्रतिमाओं का ढांचा तैयार है़ अब उसे फाइनल टच देने की बारी है़ दो दिनों में हाल में पूरा कर लेना है़ अभी से लोग जी जान से अपनी जिम्मेवारियों को निभा रहे है़ं हर जगह कुछ नया करने की होड़ मची है़, तो जाहिर है कि देवी भक्तों को खास देखने को मिलेगा ही.
पंचमी को भक्तों ने किया स्कंदमाता स्वरूप की आराधना : गुरुवार को शहर के विभिन्न पूजा स्थानों पर नवरात्र की पंचमी पर स्कंदमाता के रूप में मां दुर्गा की पूजा विधि-विधान से की गयी. सुबह से ही भक्तों की भीड़ पूजा के लिए शहर के कचहरी रोड स्थित दुर्गा मंदिर, गांधी मैदान के बुढ़िया माई मंदिर, फतेहपुर के दुर्गा मंदिर, काली मंदिर सहित अन्य मंदिरों में उमड़ रही है. सुबह-शाम महाआरती मंदिरों में हो रही है. साथ ही भजन भी गाये जा रहे हैं. इस दौरान माता दुर्गा के गीत के साथ अन्य देवी देवताओं के गीत हर जगह गूंज रहे हैं. इससे उल्लास व भक्ति का वातावरण बन गया है.
दुर्गा सप्तशती का जोर-शोर से हो रहा पाठ : नवरात्र के माह में श्रद्धालु बड़ी सख्या में मंदिर पहुंच कर दुर्गा सप्तशती पाठ कर रहे है.जिससे महौल भक्ित मय हो गया है. इधर सभी पूजा पंडालो में जोरो शोर से तैयारी चल रही हैं.इससे चारो तरफ चहर पहल बद गयी है.भव्य पंडाल को अंतिम रूप दिया जा रहा है.इस बार कइ जगहो पर नये डिजाइनों में पूजा पंडाल देखने को मिलेगा. भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अधिकतर पूजा समितियों ने महाप्रसाद वितरण की व्यवस्था की है. अभी से ही लाइट सजाने का कार्य शुरू हो गया है.
आज होगी मां कात्यायनी की पूजा : शुक्रवार को नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा भक्तों द्वारा की जायेगी. माता कात्यायनी पापियों का नाश करने वाली माता हैं. माता का पूरा शरीर सोने-सा चमकीला है. माता कात्यायनी की सवारी सिंह है तथा माता चार भुजा धारी हैं. यह माता अपनी दायीं तरफ की ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा धारण किये हुए हैं तथा माता के नीचे वाले हाथ में वरमुद्रा धारण है. माता की बायीं तरफ उन्होंने अपने एक हाथ से कमल का पुष्प पकड़ा है व अपने दूसरे हाथ से उन्होंने तलवार धारण की है. माता कात्यायनी की उपासना और आराधना करने से भक्तों को अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है. मनुष्य के रोग शोक, संताप और भय समाप्त हो जाते हैं. माता कात्यायनी की आराधना करने से परम पद की प्राप्ति होती है.
काली मंदिर में पूजा के लिए उमड़ रहे लोग : गोरेयाकोठी के हरिहरपुर काला गांव स्थित काली मंदिर में पूजा के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. मंदिर की स्थापना जीर्णोद्धार के बाद दो वर्ष पूर्व हुई थी. नवरात्र में सुबह शाम भक्तों द्वारा पूजा की जा रही है. यह पूजा रामनारायण सिंह की देख-रेख में हो रही है. मंदिर में कलश की भी स्थापना की गयी है.
नवरात्र में भक्ति गीतों की धमाल : नवरात्र में हर तरफ भक्ति गीत सुनाई दे रहे हैं. हर कोर्इ चौक-चौराहा पर इस समय भक्ति गीत सुनते नजर आ रहा है. इनमें भेजा है बुलावा आना चाहिए……….,आ…..मां..आ.. तुझे दिल ने पुकारा…, समेत अन्य गीत शामिल हैं.
आज होगी काफी भीड़ : शुक्रवार होने को लेकर मंदिरों में भक्तो की भीड़ काफी सख्या में उमड़ेगी. इसको देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा की इंतजाम कर लिया है. कचहरी रोड स्थित दुर्गा मंदिर, गांधी मैदान के बुढ़िया माई मंदिर, फतेहपुर के दुर्गा मंदिर, काली मंदिर सहित अन्य मंदिरों में सर्वाधिक भीड़ होगी.