पटना : बिहारमें सीवानके पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायरकियाहै. जिसमें सीबीआइ की जांच को तत्काल प्रभाव से लागू करने की बात कही गयी है. इस याचिका मेंआशा रंजन ने जेल से रिहा हुए राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव पर मो. कैफ को बचाने का आरोप लगाया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता किसलय चौधरी ने अाशा रंजन की तरफ से याचिका दायर की है, जिसमें कहा गया है कि एफआइआर की कॉपी को दिल्ली ट्रांसफर किया जाये और मामले की पूरी जांच कराने के बाद आरोपियों को सख्त सजा दी जाए.इसकेसाथ ही आशा रंजन ने अपने और अपने परिवार की सुरक्षा दिए जाने की भी मांग की है.
पत्रकार हत्याकांड को सीबीआइ ने किया टेक ओवर
सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले की जांच सीबीआइ करेगा. चार माह बाद बुधवार को सीबीआइ ने इस मामले की जांच को अपने जिम्मे लेने से संबंधित राज्य के गृह विभाग के प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी. हालांकि, इससे संबंधित लिखित सहमति पत्र सीबीआइ की तरफ से गुरुवार को गृह विभाग में प्राप्त होने की संभावना है. सीबीआइ सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस मामले को अपने अधीन (टेक ओवर) लेने के बाद जल्द ही सीबीआइ इस मामले से जुड़ी पुलिस की तरफ से अब तक की हुई तमाम जांच और अन्य अहम कागजात व फाइलों को अपने पास मंगवायेगा.
इसके लिए सीबीआइ की एक विशेष टीम जल्द ही बिहार पुलिस और सीवान जानेवाली है. इसके साथ ही सीबीआइ की जांच पूरी तरह से शुरू हो जायेगी. 13 मई को सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उनके परिजनों की मांग पर राज्य सरकार ने 16 मई को केंद्र से मामले की सीबीआइ जांच की सिफारिश की थी.