गहमागहमी . पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन को जमानत िमलने के बाद राजनीतिक सरगरमी बढ़ी
Advertisement
अब पक्ष व विपक्ष के हमले होने लगे तेज
गहमागहमी . पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन को जमानत िमलने के बाद राजनीतिक सरगरमी बढ़ी सीवान : जमानत मिलने के बाद सीवान आनेवाले मो. शहाबुद्दीन 13 साल बाद एक बार फिर चर्चा में हैं. जेल से बाहर निकलने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री पर किये गये कटाक्ष के साथ शुरू हुई महागंठबंधन की आपसी जंग अब […]
सीवान : जमानत मिलने के बाद सीवान आनेवाले मो. शहाबुद्दीन 13 साल बाद एक बार फिर चर्चा में हैं. जेल से बाहर निकलने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री पर किये गये कटाक्ष के साथ शुरू हुई महागंठबंधन की आपसी जंग अब नयी शक्ल लेने लगी है. हाइकोर्ट से शहाबुद्दीन के जमानत पर अभियोजन पक्ष की कमजोर पैरवी के लग रहे विपक्ष के हमले को झेल रही सरकार अब बचाव में तीखा तेवर दिखाते नजर आ रही है. उधर, शहाबुद्दीन के नाम पर अपनी राजनीति को हमेशा चमकानेवाली भाजपा एक बार फिर अपने पुराने तेवर में लौटने की तैयारी में है.
शहाबुद्दीन की रिहाई के खिलाफ महाधरना में भाजपा ने झोंकी ताकत : 16 सितंबर को समाहरणालय गेट पर भाजपा के आयोजित महाधरना को सफल को बनाने के लिए पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बुधवार को दूसरे भी दिन भी अलग-अलग जत्थे में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिले के विभिन्न हिस्सों में पहुंच कर लोगों से धरना में अधिक-से-अधिक संख्या में हिस्सा लेने की अपील की.
पार्टी जेल से बाहर आये शहाबुद्दीन को कोर्ट से जमानत मिलने को सरकार द्वारा नाकामी मानते हुए उसे घेरने में लगी है. राज्य भर में इसको लेकर पार्टी ने विरोध-प्रदर्शन की शुरुआत की है. इसी क्रम में तीसरे दिन सीवान में 16 सितंबर को विशाल महाधरना का आयोजन है. इसका निमंत्रण देने भाजपा नेता क्षेत्र में निकले हैं.
लालू प्रसाद से मिलने जा सकते हैं शहाबुद्दीन
जेल से बाहर आने के बाद अपने प्रतापपुर आवास पर पांच दिन रहने के बाद पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन बुधवार को पहली बार अपने घर से निकले. शहर के नई किला मोहल्ला स्थित निर्माणाधीन अपने भवन पर पहुंचे पूर्व सांसद ने यहां कई घंटे तक वक्त गुजारा. अब चर्चा इस बात की है कि जल्द ही पूर्व सांसद अपने नेता लालू प्रसाद से मिलने पटना जा सकते हैं. जेल से बाहर निकलने के बाद मीडिया से मुलाकात में ही शहाबुद्दीन ने अपना नेता लालू प्रसाद को बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तल्ख टिप्पणी की थी. इसके बाद से ही चर्चा है कि पूर्व सांसद अपने नेता से मिलने जा सकते हैं. बकरीद के बाद उनका यह कार्यक्रम बनने की चर्चा है.
तीन दिनों तक बकरीद पर कुरबानी की परंपरा है. यह अवधि समाप्त हो जाने के बाद कभी वे पटना रवाना हो सकते हैं. हालांकि किसी भी राजनीतिक गतिविधियों से शहाबुद्दीन दूर हैं. ऐसे
में उनके समर्थक व नेता फिलहाल लालू प्रसाद से मुलाकात के कार्यक्रम के संबंध में कोई कहने को तैयार नहीं हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement