जीरादेई : प्रखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक गांव जीरादेई को शिक्षा विभाग द्वारा पूर्ण साक्षर मतदाता ग्राम बनाने का अभियान धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है और इस अभियान की खुशबू अगल-बगल के गांवों में भी महसूस की जाने लगी है. इसकी आहट गत दिन हुई बैठक में तब महसूस की गयी, जब जिला शिक्षा पदाधिकारी की अध्यक्षता में हो रही बैठक के दौरान जामापुर गांव से पहुंची पांच से छह की संख्या में महिलाओं ने अपने भी गांव में अभियान को चलाने की अपील डीइओ से की. 50 की उम्र पार कर चुकी महिलाओं का कहना था कि यह अभियान शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा.
इन महिलाओं का कहना था कि अपने बच्चों को देख कर हमलोगों को भी पढ़ने व लिखने का मन करता है, लेकिन अक्षर ज्ञान की जानकारी के अभाव में मायूसी के अलावा और कुछ नहीं मिलता है. क्षेत्र के समाजसेवी व जेपी आंदोलन से जुड़े महात्मा भाई, रामेश्वर सिंह, राय बहादुर सिंह व युवा वर्ग का प्रतिनिधित्व कर रहे गुड्डू प्रसाद का कहना है कि शिक्षा विभाग का यह सराहनीय कदम निश्चित रूप से सामाजिक क्षेत्र में किसी क्रांति से कम नहीं है.
बताते चलें कि शिक्षा विभाग द्वारा जीरादेई गांव को पूर्ण साक्षर मतदाता गांव बनाने के लिए चिह्नित किया गया है. विभाग का कहना है कि आगामी पंचायत चुनाव के दौरान गांव का कोई भी मतदाता अंगूठा का निशान नहीं लगायेगा बल्कि सभी अपने हस्ताक्षर करेंगे. इस कार्य के लिए साक्षर भारत कार्यक्रम के कर्मियों सहित छात्र-छात्राओं को लगाया गया है.