ट्रबल शूटर पेज के लिए डॉक्टरी सलाहअधिक दिनों तक खांसी रहने पर नजर अंदाज नहीं करें.डॉ जसमुद्दीनसवाल : करीब एक माह से खांसी है. इलाज कराया, लेकिन खांसी दूर नहीं हुई.अमित कुमार यादव, सिसवनजवाब : दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहे, तो नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. आप नजदीकी डॉट सेंटर में जाकर बलगम की जांच अवश्य कराएं. सभी सरकारी अस्पतालों के डॉट सेंटरों पर टीबी बीमारी की यह जांच मुफ्त में की जाती है. डॉट सेंटर पर चिकित्सक द्वारा आपको उचित सलाह दी जायेगी.सवाल : प्रत्येक साल गरमी के दिनों में पूरे शरीर में घाव निकल आते हैं. कोई उपाय बतायें कि इससे छुटकारा मिल सके. रवीण कुमार सिंह, मैjरवाजवाब : सबसे पहले तो आप घाव को सुखाने के लिए कोई एंटीबायोटिक दवा लें. इसके बाद किसी डॉक्टर से संपर्क कर अपने ब्लड की जांच करा लें कि आप को यह बीमारी क्यों हो रही है. तब तक घाव सहित पूरे बदन को साफ-सुथरा रखें.सवाल : मेरी उम्र करीब 45 साल है. मुझे दस वर्षों से सुगर की बीमारी है. इधर, कुछ माह से मेरे दोनों कंधों में दर्द हो रहा है. कोई उपाय बतायें.विनोद कुमार, स्टेशन रोड, मैरवाजवाब : आपकी बातों से लग रहा है कि आपका ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं है. सबसे पहले आप शुगर की दवा डॉक्टर के बताये अनुसार लें. शुगर को कंट्रोल करें. दर्द के लिए इससे संबंधित योग करें. सुबह उठ कर मॉर्निंग वाक करें. फिलहाल अगर दर्द तेज हो रहा है, तो कोई दर्द निवारक दवा की एक-दो खुराक ले लें.सवाल : मेरी उम्र करीब 40 साल है तथा मेरे दोनों हाथों तथा चेहरे के स्कीन की चमड़ी काफी मोटी हो गयी है. चमड़े का रंग भी काला पड़ता जा रहा है. कोई उपाय बतायें.वीणा देवी, गोरेयाकोठी, सीवानजवाब : आपको लग रहा है कि चमड़े की बीमारी सोरिएसीस हो गयी है. घबड़ाने की कोई बात नहीं है. इसका समुचित इलाज है. यह बॉडी के एक्सपोज हिस्से में ही होता है. आप किसी स्कीन के डॉक्टर से मिल कर दिखाएं. सुबह की सूर्य की रोशनी आपके लिए फायदेमंद होगी.सवाल : आजकल चिकेन पॉक्स का प्रकोप शुरू हाे गया है. यह बीमारी नहीं हो कुछ बचाव के उपाय बतायें.मदन कुमार, जीरादेई, सीवानजवाब : आपका कहना सही है. गरमी के मौसम में चिकेन पॉक्स का प्रकोप बढ़ जाता है. इस बीमारी से बचाव के लिए सबसे पहले जरूरी है की साफ-सुथरा रहें तथा घर को भी साफ-सुथरा रखें. हमेशा शुद्ध पेयजल ही पीया करें. संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से परहेज करें. परिवार में किसी को यह बीमारी हो जाये, तो मरीज से छोटे बच्चों को दूर रखें तथा डॉक्टर से सलाह लें. अगर पहले किसी को यह बीमारी हुई हो, तो उसे दुबारा चिकेन पॉक्स होने का खतरा न के बराबर रहता है.सवाल : गरमी के मौसम में लू नहीं लगे, इससे बचने के समुचित उपाय बतायें.सीमा देवी, तरवाराजवाब : गरमी के मौसम में दिन में बाहर निकलने से पहले भरपेट पानी जरूर पी लें. किसी कपड़े या टोपी से सिर को ढंक लें. नाक पर कोई गीला कपड़ा हो सके तो बांध लें. हमेशा आंखों में धूप का चश्मा लगा कर ही बाहर जायें. खाली पेट नहीं रहें. कमजोरी होने पर ओआरएस का घोल लें तथा डॉक्टर से संपर्क करें.सवाल : पांच साल का मेरा बेटा है. उसको मैंने जपानी बुखार का टीका लगवा दिया है. क्या टीका लगाने के बाद भी उसे जपानी बुखार की बीमारी हो सकती है.मीरा मिश्र, दरौलीजवाब : टीका इसलिए बनाया जाता है कि संबंधित बीमारी से बच्चों को बचाया जाये. जब आपने अपने बच्चे को टीका लगवा दिया है, तो आपका बच्चा पूर्ण रूप से सुरक्षित है. आप चिंता में न करें.सवाल : करीब एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित हूं. जांच कराया, तो टायफायड निकला. अब पेशाब पीला हो रहा है. शरीर में काफी कमजोरी महसूस हो रही है.सतीश कुमार गिरि, जीरादेईजवाब : आप अगर डॉक्टर की सलाह से दवा ले रहे हैं, तो लेते रहें. पेशाब के लिए आप लीवर फंक्शन टेस्ट व ब्लड की जांच करा लें. मसालेदार, फ्राइ व तली हुई चीजों को खाने से परहेज करें. हमेशा सादा भोजन करें. जांच में कोई कमी आती है, तो डॉक्टर से मिल कर सलाह लें. आपको आराम करने की भी जरूरत है.सवाल : मेरा एक 35 वर्ष का भाई है. जब से शराब मिलनी बंद हुई है, तब से उसकी परेशानियां बढ़ गयी हैं. वह शराब पीने के लिए हमेशा बेचैन रहता है.विजय कुमार, आसांव, सीवानजवाब : घबड़ाने की कोई बात नहीं है. अगर आपके भाई को विशेष तकलीफ हो रही है, तो आप सदर अस्पताल में खुले नशामुक्ति केंद्र में अपने भाई को दिखाएं. शराब से मुक्ति के संबंध में उचित इलाज व सलाह आपको नि:शुल्क मिलेगी. यहां पर मरीजों को रहने व इलाज की नि:शुल्क व्यवस्था है.सवाल : मुझे करीब पांच सालों से खांसी है. गरमी व ठंड के मौसम में कभी-कभी इतनी तेज खांसी होती है कि दम फूलने लगता है. टीबी की भी जांच करायी, लेकिन कुछ नहीं निकला. कोई उपाय बतायें.निशा कुमारी, चैनपुरजवाब : आपको एलर्जीकल खांसी है. जब ज्यादा गरमी या ज्यादा ठंडा पड़ता होगा, तो आपकी परेशानी बढ़ जाती होगी. आपको एंटी एलर्जी की दवा के साथ सांस की तकलीफ के लिए इनहेलर भी लेनी पड़ेगी. समय-समय पर हमेशा अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच करानी पड़ेगी. जिस चीज से आपको ज्यादा एलर्जी है, उससे आप दूर रहने का प्रयास करें.सवाल : तीन माह का मेरा पुत्र है. मैं चाहती हूं कि दूध के अलावा बच्चे को कौन सा डिब्बा बंद आहार दूं.पूनम सिंह, भगवानपुर, सीवानजवाब : आपने बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल पूछा है. किसी भी बच्चे को छह माह तक मां के दूध के अलावा कुछ भी नहीं देना चाहिए. मां का दूध शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है. छह माह तक शिशु को मां के दूध के अलावा पानी भी नहीं देना चाहिए.
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ट्रबल शूटर पेज के लिए डॉक्टरी सलाहअधिक दिनों तक खांसी रहने पर नजर अंदाज नहीं करें.डॉ जसमुद्दीनसवाल : करीब एक माह से खांसी है. इलाज कराया, लेकिन खांसी दूर नहीं हुई.अमित कुमार यादव, सिसवनजवाब : दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहे, तो नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. आप नजदीकी डॉट सेंटर में जाकर बलगम […]
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