हुसैनगंज : बुधवार को प्रखंड कार्यालय के सभागार में हुई अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रखंड प्रमुख सुशीला देवी की कुरसी छिन गयी.
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कुल 17 बीडीसी सदस्यों ने निवर्तमान प्रमुख के खिलाफ मतदान किया. इस दौरान प्रेक्षक के रूप में जिले से गये वरीय उपसमाहर्ता मेधावी तथा मजिस्ट्रेट के रूप में प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी लक्ष्मण राम उपस्थिति थे.
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस तथा मतदान की प्रक्रिया प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार चौबे की देख-रेख में हुई. अविश्वास प्रस्ताव के दौरान निवर्तमान प्रमुख सहित 16 सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा नहीं लिया. प्रखंड में कुल बीडीसी सदस्यों की संख्या 33 है.
बताते चलें कि प्रखंड प्रमुख के खिलाफ कार्यो में लापरवाही व बीडीसी सदस्यों के प्रति उदासीनता बरतने के आरोप में बीडीसी राजेश पांडे द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाने हेतु एक ज्ञापन प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया था,
जिसके बाद प्रखंड प्रमुख की कुरसी बचाने को लेकर जद्दोजहद शुरू हो गयी थी. इसी बीच प्रमुख द्वारा उपप्रमुख के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव लाने हेतु एक ज्ञापन बीडीओ को दिया गया. इधर, प्रखंड प्रमुख के खिलाफ दिये गये
आवेदन पर बीडीओ द्वारा 7 अक्तूबर की तिथि मुकर्रर कर दी गयी, जिसके आधार पर बुधवार को सभागार में बैठक का आयोजन किया गया. कार्रवाई शुरू होने से पूर्व सर्वसम्मति से राजेश पांडे को बैठक की अध्यक्षता करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी.
कार्रवाई शुरू होने से पूर्व प्रमुख के खिलाफ लगाये गये आरोपों को पढ़ कर उपस्थिति सदस्यों के समक्ष श्री पांडे ने सुनाया.
इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई. हालांकि चर्चा के दौरान निवर्तमान प्रमुख सहित 16 सदस्य उपस्थिति नहीं थे. चर्चा के उपरांत बीडीओ के निर्देश पर मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई,
जिसके बाद 17 सदस्यों ने निवर्तमान प्रमुख सुशीला देवी के खिलाफ मतदान किया. बीडीओ राकेश कुमार चौबे ने बताया कि मतदान की प्रक्रिया की जानकारी जिला पदाधिकारी को उपलब्ध करा दी गयी है,
जिसके आधार पर बाद में प्रखंड प्रमुख के चुनाव की तिथि घोषित की जायेगी. इधर, कुरसी गंवाने के बाद सुशीला देवी ने कहा कि पंचायती राज विभाग द्वारा सही निर्देशन नहीं देने के कारण मेरे खिलाफ दुबारा प्रस्ताव लाया गया. इसके खिलाफ मैं जिला पदाधिकारी से लेकर सचिव तक शिकायत करूंगी.