संवाददाता, सीवान
सीवान सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक अपने स्थापना काल 1917 से ही संबद्ध सहकारी समितियों के माध्यम से जिले वासियों की आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व अन्य आवश्यक संसाधनों को उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है. ये बातें मंगलवारकोशहर के टाउन हॉल में को-ऑपरेटिव बैंक की वर्ष 2013-14 की प्रथम वार्षिक आम सभा को संबोधित करते हुए बैंक के अध्यक्ष सह विधान पार्षद मनोज कुमार सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि बैंक भारतीय रिजर्व बैंक के सभी मापदंडों को पूरा करते हुए जिले में कृषि के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. इसके पूर्व बैंक की वार्षिक आम सभा का उद्घाटन बिहार बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ,बैंक के अध्यक्ष मनोज कु मार सिंह,निदेशक सह विधायक रामायण मांझी, निदेशक उपाध्यक्ष सत्यदेव राय, प्रबंध निदेशक सुरेश दास सहित आदि अतिथियों ने दीप जला कर किया. आमसभा में आगत अतिथियों का स्वागत प्रबंध निदेशक श्री दास ने किया. वहीं आमसभा को बिस्कोमान के सुनील सिंह, उपाध्यक्ष सत्यदेव राय, स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे, राज्य भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह,गोपालगंज को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष महेश राय आदि ने संबोधित किया. मौके पर बैंक के प्रशासी अधिकारी दिग्विजय नाथ सिंह, प्रबंधक मुख्यालय आलोक कुमार वर्मा ,ऋण पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद सिंह, सुरेश राय,नंदकिशोर यादव, तोहिद अंसारी, संजय कुमार यादव, राजू कुमार सिंह ,राज कुमार मांझी ,रूप कांति देवी ,मो अरशद ,राजकुमार ठाकुर, योगेंद्र सिंह,हरेंद्र राय, सत्यदेव कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, रंजीत कुमार सिंह, शिवलाल महतो ,राघव सिंह, उमेश सिंह, शिवशंकर प्रसाद, धनंजय सिंह, राजकिशोर यादव, संजय सिंह, चंदन चौरसिया सहित सैकड़ों की संख्या में बैंक से जुड़े सदस्य व कर्मी उपस्थित थे. वहीं वार्षिक आम सभा में प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बैंक के प्रबंध निदेशक सुरेश दास ने कहा कि जिले के 19 प्रखंडों में प्रधान कार्यालय सहित कुल 14 शाखाएं काम कर रही है. बैंक के साथ 293 ग्राम पंचायत पैक्स,तीन नगर पंचायत पैक्स,19 मत्स्य जीवी सहयोग समिति ,19 व्यापार मंडल, आठ केन यूनियन ,32 बुनकर सहयोग समिति व 22 अन्य सहयोग समितियां संबद्ध हैं. वही बैंक जल्द ही लकड़ी नबीगंज ,पचरुखी,जीरादेई,भगवानपुर हाट, हुसैनगंज, हसनपुरा, नौतन व दरौंदा प्रखंडों में अपनी शाखाएं खोलने जा रहा है, ताकि जिलावासियों को अधिक-से-अधिक लाभ पहुंचाया जा सके.