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स्नातक में विज्ञान विषय के छात्रों को हो रही भारी परेशानी
सीवान : अब जबकि जिले के विभिन्न महाविद्यालयों में स्नातक वर्ग में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. ऐसे में छात्रों को शिक्षकों की कमी की समस्या सताने लगी है. सबसे ज्यादा परेशानी उन छात्रों को हो रही है, जिनको स्नातक में विज्ञान विषय के साथ पढ़ाई करनी है. इस स्थिति में उनकी निर्भरता […]
सीवान : अब जबकि जिले के विभिन्न महाविद्यालयों में स्नातक वर्ग में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. ऐसे में छात्रों को शिक्षकों की कमी की समस्या सताने लगी है. सबसे ज्यादा परेशानी उन छात्रों को हो रही है,
जिनको स्नातक में विज्ञान विषय के साथ पढ़ाई करनी है. इस स्थिति में उनकी निर्भरता या तो कोचिंग संस्थानों पर या फिर गेस पेपर पर बन कर रह जाती है. जिले में जय प्रकाश विश्व विद्यालय छपरा से संबद्ध छह अंगीभूत महाविद्यालय हैं. इसके अलावा जेड ए इसलामिया स्नातकोत्तर महाविद्यालय भी जेपी विश्व विद्यालय के अधीन संचालित होता है.
एक नजर महाविद्यालयों में शिक्षकों की स्थिति पर: जिले के जाने-माने महाविद्यालयों में से एक डीएवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्थिति पर नजर डालें, तो शिक्षकों के मामले में इस महाविद्यालय की स्थिति काफी दयनीय है. इस महाविद्यालय में स्नातक वर्ग में 16 विषयों की पढ़ाई होती है.
पर यहां किसी भी विषय में मानक के अनुसार शिक्षक नहीं हैं. मुख्य रूप से विज्ञान विषय के शिक्षकों पर गौर करें तो रसायन शास्त्र में एक, जूलॉजी में दो और बॉटनी में दो तथा गणित में चार शिक्षक हैं. संस्कृत विषय में एक भी शिक्षक नहीं है. महाराजगंज अनुमंडल के आरबीजीआर महाविद्यालय की स्थिति और भी दयनीय है. यहां 13 विषयों में स्नातक की पढ़ाई होती है. विज्ञान विषय के भौतिक विज्ञान,गणित व बॉटनी विषय में एक भी शिक्षक नहीं है. रसायन शास्त्र व जूलॉजी विषय में एक- एक शिक्षक है.
गोरेयाकोठी के नारायण महाविद्यालय की स्थिति तो ओर भी दयनीय है. यहां स्नातक वर्ग में 14 विषयों की पढ़ाई होती है. लेकिन शिक्षकों के मामले में यह महा विद्यालय सबसे गरीब है. यहां गणित विषय में ही सिर्फ दो शिक्षक हैं. जबकि भौतिक विज्ञान व रसायन शास्त्र में एक भी शिक्षक नहीं हैं. वहीं कला संकाय के कुछ विषयों में एक-एक शिक्षक हैं. विद्या भवन महिला महाविद्यालय में भौतिक विज्ञान व रसायन शास्त्र विषय में पास कोर्स की पढ़ाई होती है. यहां भी गणित व बॉटनी विषय में एक भी शिक्षक नहीं हैं. जबकि जूलॉजी विषय में एक शिक्षक कार्यरत हैं. वहीं संस्कृत,राजनीतिक विज्ञान व संगीत विषय में एक भी शिक्षक नहीं हैं. हरि राम महाविद्यालय मैरवा में भी शिक्षकों की स्थिति काफी दयनीय हैं.
जिले के महाविद्यालयों में शिक्षकों के मामलें में सबसे बेहतर स्थिति जेड ए इसलामिया महाविद्यालय की है. इस महाविद्यालय में 17 विषयों में स्नातक की पढ़ाई होती है. इस महाविद्यालय में विज्ञान विषयों के शिक्षकों पर गौर करे तो सभी विषयों में इनकी स्थिति काफी बेहतर है. यहां भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्र व जूलॉजी में पांच-पांच तथा गणित व बॉटनी विषय में छह-छह शिक्षक शामिल हैं. इसके अलावा सभी में शिक्षकों की स्थिति बेहतर है.
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