हत्या के मामले में नौ साल से था फरार, एसपी ने दिया जांच का आदेश
पहले तो नौ साल तक हत्या के मामले में फरार आरोपित को पुलिस गिरफ्तार करने में विफल रही. फिर अभियुक्त को गांजा तस्करी के मामले में बेतिया पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद उसे जेल भेजा गया. दिसंबर, 14 में अभियुक्त को जेल भेजने के बाद गोरेयाकोठी पुलिस ने उसके रिमांड के लिए 21 फरवरी को आवेदन किया, जिसमें रिमांड के आदेश के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
वहीं गांजा तस्करी मामले में पटना उच्च न्यायालय से जमानत पर रिहा हो कर अभियुक्त एक बार फिर भूमिगत है. इसका खुलासा तब हुआ जब गोरेयाकोठी थाने के अज्ञा महमदा गांव के वीरेंद्र तिवारी ने थानाध्यक्ष को इस घटना के लिए जिम्मेवार ठहराते हुए कार्रवाई के लिए एसपी, डीआइजी व आइजी से गुहार लगायी.
सीवान : गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के हुलास छपरा गांव निवासी दिलीप पांडेय की हत्या पीट-पीट कर कर दी गयी थी. इस संबंध में गोरेयाकोठी थाना कांड संख्या 24/06 दर्ज किया गया था, जिसमें हुलास छपरा निवासी अरविंद मिश्र उर्फ छोटे मिश्र व लिलारू गांव निवासी प्रेम पड़ित को नामजद किया गया था.
लेकिन घटना के नौ वर्ष भी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए कम पड़ गये. इसी वर्ष जनवरी में वाहन चेकिंग के दौरान प्रेम पड़ित को गिरफ्तार किया गया. वहीं गांजा तस्करी मामले में पश्चिम चंपारण पुलिस ने आरोपित अरविंद मिश्र को दिसंबर 14 में गिरफ्तार किया. इस संबंध में मैनाटार थाना कांड संख्या 90/14 दर्ज किया गया.
रिमांड पर नहीं ले सकी पुलिस : बेतिया जेल में बंद अरविंद मिश्र को रिमांड पर लेने के लिए गोरेयाकोठी थानाध्यक्ष सरोज कुमार द्वारा न्यायालय में 21 फरवरी को आवेदन दिया गया था.
जिस पर उसी दिन न्यायालय द्वारा हत्या के मामले 24/06 में रिमांड दे दिया गया. परंतु पुलिस 11 मार्च तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं कर सकी. जिससे वह बेतिया जेल से जमानत पर 11 मार्च को रिहा हो गया. इस मामले में भी पुलिस की लापरवाही साफ नजर आती है.
थानाध्यक्ष हैं जिम्मेवार : यह मामला गोरेयाकोठी थाने के अज्ञामहमदा निवासी वीरेंद्र तिवारी द्वारा एसपी सीवान एवं अन्य उच्चधिकारियों को दिये आवेदन से सामने आया. गोरेयाकोठी थानाध्यक्ष सरोज कुमार द्वारा इस मामले में लापरवाही व कर्तव्य हीनता का मामला भी सामने आ रहा है. इस मामले में एसपी विकास वर्मन द्वारा कड़ा रुख अपनाते हुए ज्ञापांक 732 दिनांक 28 अप्रैल द्वारा इसकी जांच अवर निरीक्षक महाराजगंज को सौंपी गयी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस मामले में जिम्मेवार पुलिस अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई होगी. यह लापरवाही व कर्तव्य हीनता का मामला है. मामले की जांच पुलिस निरीक्षक को सौंपी गयी है. रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जायेगी.
विकास वर्मन, पुलिस कप्तान, सीवान