सीवान : अब लगता है कि रैन बसेरों में रहने वाले गरीबों के दिन बहुरने वाले नहीं हैं. उनके रहने के लिए बने रैन बसेरे में अतिक्रमणकारियों का कब्जा है, जहां अतिक्रमण कर दुकानें खोल ली गयी हैं. यही नहीं इन रैन बसेरों की स्थिति भी ठीक नहीं है. वर्तमान में नगर में दो रैन बसेरे चालू हालत में हैं, जहां जैसी-तैसी हालत में काम चलाया जा रहा है. वहां असुविधा व गंदगी का साम्राज्य बना हुआ है. वहीं नगर में पांच रैन बसेरे निर्माणाधीन हैं.
अतिक्रमणकारियों कन कब्जा होने के बाद रिक्शाचालक अपनी रात सड़कों पर गुजारते हैं. यह हाल नगर के ललित बस स्टैंड के समीप बने रैन बसेरे का है. बार – बार प्रशासन के अधिकारी उसी रास्ते से आया-जाया करते हैं, लेकिन इस समस्या पर किसी का ध्यान नहीं जाता है. रैन बसेरे का निर्माण नगर पर्षद ने कराया था, ताकि आश्रय की तलाश में आये गरीबों को फुटपाथ पर रहने के बजाय एक भवन में रह सके और वे अपनी रात चैन से बिता सकें, लेकिन यह सुविधा अतिक्रमण के कारण उन्हें नहीं मिल पा रही है. क्या कहते हैं इओ अगर, नगर के रैन बसेरों में अतिक्रमणकारियों का कब्जा है, तो उसे जल्द-से-जल्द हटवा दिया जायेगा और उसमें रिक्शा चालकों के रहने के लिए व्यवस्था की जायेगी. राजकिशोर लाल, नगर कार्यपालक पदाधिकारी नगर पर्षद, सीवान