सीवान . अब स्लमवासी अपने विकास में स्वयं भागीदार बनेंगे, क्योंकि नगर विकास विभाग द्वारा स्लम विकास योजना के काम में स्लमवासियों को भागीदार बनाने का फैसला किया गया है. हर स्लम बस्ती में एक स्व सहायता समूह का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से विकास संबंधी कार्य संपादित कराये जायेंगे.
इस समूह में स्लम बस्ती में रहनेवाली महिलाएं शामिल होंगी और उस मोहल्ले के स्व सहायता समूह नगर पर्षद के माध्यम से प्राप्त राशि से शौचालय बनाने व चापाकल लगाने का कार्य करेंगे.
इसको लेकर नगर पर्षद क्षेत्र में 43 स्व सहायता समूह का गठन किया गया है. इनके प्रशिक्षण के लिए मंगलवार से दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें इन्हें प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान नगर सभापति बबलू चौहान ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए लाभ उठाने का आह्वान किया. नगर कार्यपालक पदाधिकारी आरके लाल ने बताया कि अब स्लमवासी अपने विकास में स्वयं साझीदार बनेंगे. उन्होंने समूह के सदस्यों को अपने कर्तव्य का निर्वहन करने की भी सलाह दी. इओ बताया कि सात स्लम बस्तियों के लिए डेढ़ करोड़ का आवंटन प्राप्त हो चुका हैं और शेष के लिए भी शीघ्र ही आवंटन मिलने की आशंका है. इस मौके पर उपसभापति कर्णजीत सिंह, नगर पार्षद व स्व सहायता समूह के सदस्य उपस्थित थे.