महाराजगंज : महाराजगंज रेलवे स्टेशन मौजूदा समय में बद से बदतर दशा में पहुंच गया है. तीन दशक पूर्व स्थापित स्टेशन पर आज तक यात्री प्रतीक्षालय की व्यवस्था नहीं है. जिससे लोगों आज भी खुले आसमान में बैठकर ट्रेन की प्रतीक्षा करते हैं. पेयजल के लिए लगाया गया हैंडपंप खराब है. पानी पीने के लिये दूर जाना पड़ता है. इस समस्या के निस्तारण के के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री पीयूष गोयल के नाम से ज्ञापन भेजा है. आवेदन में कहा गया है कि जब से महाराजगंज स्टेशन का निर्माण हुआ है
तब से यहां न तो यात्री प्रतिक्षालय का निर्माण हुआ है. न ही इस पर कोई कारगर कदम उठाया गया है. महाराजगंजवासियों की मांग पर मुख्यमंत्री व तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह की पहल पर महाराजगंज रेलवे स्टेशन की स्थापना की थी. 2003 से संचालित स्टेशन दो कमरे में बनाया गया . पानी पीने के लिए दो हैंडपंप लगाये गये थे. स्टेशन पर टिकट की ब्रिकी का काम कांट्रेक्टर को दिया गया. प्रत्येक टिकट से 10 प्रतिशत यात्री प्रतीक्षालय का किराया रेलवे वसूल रहा है. किराया तो वसूला जा रहा है, लेकिन अभी तक यात्रियों ने विभाग ने कोई व्यवस्था करना बेहतर नहीं समझा. प्रकाश की व्यवस्था न होने से लोग अंधेरे में आते-जाते हैं. प्लेटफार्म न होने से बच्चे बुजुर्ग और विकलागों को ट्रेन पर चढ़ने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.