सीवान : सीवान जेल से फिरोज हत्याकांड की स्क्रिप्ट लिखने-लिखने की बात सामने आने के बाद एक बार फिर सीवान जेल जांच के रडार पर है. जिसको लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है. जेल पर विशेष नजर रखी जा रही है. इसे भी जिले में कोई बड़ी आपराधिक घटना होने पर हर बार सीवान जेल की ओर ही सबकी नजर उठती है. कई कांडों में यह साबित भी हुआ है.
इतना ही नहीं जिले के बहुचर्चित तेजाब दोहरे हत्याकांड में पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन को आजीवन कारावास की सजा मिली है. उस समय वे भी सीवान जेल में बंद थे. लेकिन यह पहली घटना है जब सीवान से हजार किलोमीटर दूर हुई हत्या का तार भी सीवान जेल से जुड़ा गया है. सहायक पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा शुक्रवार को सीवान जेल पहुंचे और जेल अधीक्षक राकेश कुमार से मिल कर जेल की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिया.
जेल अधीक्षक को जेल में बंद कुख्यात कैदियों पर विशेष नजर रखने का निर्देश देते हुए लगातार आंतरिक छापेमारी का आदेश दिया गया है. ऐसे इस घटना के बाद से ही प्रशासन अलर्ट था. जैसे ही फिरोज के भाई के बयान और दिल्ली पुलिस की पकड़ में आये हत्यारों के सीवान जेल में बंद कुख्यात रईस खान के इशारे पर हत्याकांड को अंजाम देने की बात सामने आयी.