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संगठनों का कार्य बहिष्कार, टीकाकरण पर विराम
भगवानपुर हाट/दरौंदा : रविवार से शुरू हुए पांच दिवसीय पल्स पोलियो कार्यक्रम का बड़हरिया एवं भगवानपुर हाट की करीब आठ टीमों ने टीकाकरण कार्य का बहिष्कार किया. टीकाकरण कार्य का बहिष्कार करने वालों में आशा कार्यकर्ता,आंगनबाड़ी सहायिका एवं सेविका तथा कुरियर कार्यकर्ता शामिल है. सूचनानुसार भगवानपुर हाट की टीम संख्या 58, 60, 61 तथा 69 […]
भगवानपुर हाट/दरौंदा : रविवार से शुरू हुए पांच दिवसीय पल्स पोलियो कार्यक्रम का बड़हरिया एवं भगवानपुर हाट की करीब आठ टीमों ने टीकाकरण कार्य का बहिष्कार किया. टीकाकरण कार्य का बहिष्कार करने वालों में आशा कार्यकर्ता,आंगनबाड़ी सहायिका एवं सेविका तथा कुरियर कार्यकर्ता शामिल है.
सूचनानुसार भगवानपुर हाट की टीम संख्या 58, 60, 61 तथा 69 एवं बड़हरिया प्रखंड की टीम संख्या 15, 60, 61 तथा 40 टीकाकरण कार्य में शामिल नहीं हुए. इनके अलावे भी कुछ टीमों द्वारा टीकाकरण कार्य का बहिष्कार किये जाने की सूचना है . अपने मानदेय बढ़ाने को लेकर रविवार को ये कर्मी बहिष्कार कर काम को बाधित करने का प्रयास किये. इनका आरोप है कि सरकार इनसे जितना काम लेती है उसके बदले में उन्हें कम पारिश्रमिक देती है. ये कर्मी आज अस्पताल के मुख्य द्वार पर धरना दिये. बहिष्कार करने वाले लोगों में बबिता कुमारी, फुलबदन देवी, सीता देवी, सुन्दरपति देवी, अनिता देवी, पृथ्वी सिंह, बलवीर सिंह, अरुण उपाध्याय आदि शामिल रहे. अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर रही
आशा व सेविका.
दरौदा संवाददाता के अनुसार चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी घोषित करने सहित अन्य मांगों के समर्थन में बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी के आह्वान पर प्रखंड क्षेत्र में कार्यरत आशा, और सेविका आदि
रविवार से दो फरवरी तक सांकेतिक हड़ताल पर चली गयी. हड़ताल से पल्स पोलियो अभियान पर कुछ असर रहा.वहीं हड़ताल को सफल बनाने को लेकर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में आशा संघ की प्रखंड अध्यक्ष कमलावती देवी के अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में आशा ने मांगों के समर्थन में जम कर नारेबाजी की.
मौके पर संघ की महामंत्री बबिता देवी ने कहा कि सरकार आशा से स्वास्थ्य सेवा के साथ अन्य कल्याणकारी काम तो ले रही है. परंतु, सरकार इन्हें न तो मजदूर न ही कर्मचारी का दर्जा दे रही है. उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन राशि का भी नियमित भुगतान नहीं की जा रही है.बैठक को संबोधित करते हुए रीना देवी ने कहा कि हमें चट्टानी एकता का परिचय देना होगा तभी हमारी मांगे पूरी होगी.
बैठक में सर्वसम्मति से हड़ताल को सफल बनाने का निर्णय लिया गया. बैठक को सेविका सुनीता सिंह, रंजू देवी, समह फातमा, ऊषा देवी, आशा रीता कुंवर, कुसुम देवी, मुन्नी देवी, जयंती देवी, मालती देवी, सरोज देवी, उर्मिला कुंवर आदि हड़ताल
पर रही.
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