सीवान : मिठाई व्यवसायी वीरेंद्र हत्याकांड के करीब चार माह बाद भी इस मामले में हत्यारोपित उसका साढ़ू सह चचेरा भाई बीएसएफ जवान उमेश यादव व एक अन्य आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर हैं. पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ अब कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी है. बड़हरिया पुलिस के आवेदन पर कोर्ट ने दोनों आरोपितों के खिलाफ कुर्की का इश्तेहार जारी कर दिया. बड़हरिया थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने मंगलवार को हत्यारोपित उमेश यादव के बड़हरिया के नूर हाता स्थित घर पर कुर्की का इश्तेहार चस्पां कर दिया. वहीं एक अन्य हत्यारोपित व मुफस्सिल के गोपालपुर निवासी जितेंद्र यादव के घर भी कुर्की का इश्तेहार चस्पां कर दिया गया.
12 अक्तूबर को बड़हरिया में मिठाई व्यवसायी वीरेंद्र यादव की हत्या कर दी गयी थी. बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर वीरेंद्र की जान ली थी. इस मामले में उसके परिजनों द्वारा अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. पुलिस जांच में वीरेंद्र के साढ़ू सह बीएसएफ जवान उमेश यादव द्वारा वीरेंद्र की हत्या की बात सामने आयी. इस हत्याकांड में मुफस्सिल थाने के गोपालापुर का जितेंद्र यादव व पचरुखी थाने के नैनपुरा गांव का गोपालजी यादव का नाम आया था. पुलिस ने गोपालजी यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं, ये दोनों पुलिस की पकड़ से दूर हैं.