फर्जीवाड़ा. पीड़िताओं ने बैंककर्मियों पर मिलीभगत का लगाया आरोप
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आरोपित फरार, घर पर लगा रहा तांता
फर्जीवाड़ा. पीड़िताओं ने बैंककर्मियों पर मिलीभगत का लगाया आरोप मामले की तह तक जाने में जुटा पुलिस प्रशासन महाराजगंज : महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय में इन दिनों लगभग आधा दर्जन प्राइवेट माइक्रो फाइनांस कंपनियां लोन मुहैया कराती हैं और उस लोन की छोटी-छोटी किस्तों में एक सप्ताह और 15 दिन पर वसूली भी करती हैं. माइक्रो […]
मामले की तह तक जाने में जुटा पुलिस प्रशासन
महाराजगंज : महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय में इन दिनों लगभग आधा दर्जन प्राइवेट माइक्रो फाइनांस कंपनियां लोन मुहैया कराती हैं और उस लोन की छोटी-छोटी किस्तों में एक सप्ताह और 15 दिन पर वसूली भी करती हैं. माइक्रो फाइनेंस कंपनियां पिछले लगभग एक दशक से इस काम में कार्यरत हैं. वहीं फुलकुमारी के द्वारा एक मोटी रकम लेकर चंपत हो जाने की चर्चा होती रही.
फुलकुमारी एक कम पढ़ी-लिखी महिला थी. सूत्रों की मानें तो आये दिन फुलकुमारी शहर की भोली-भाली महिलाओं को अपने बातों की जाल में बुनकर और इन माइक्रोफाइनांस कंपनियों से लोन मुहैया करवाती थी. लोन मुहैया कराने के नाम पर बैंककर्मी के मांगे गये दस्तावेज में भी हेराफेरी करने का अंदेशा लोग जताते हुए नजर आ रहे हैं.
मोहन बाजार निवासी पुण्यकालो देवी 80 वर्षीय महिला को भी लोन निर्गत किया गया है. ऐसे चर्चाओं का बाजार गर्म रहा कि उस महिला की उम्र में छेड़छाड़ कर दी गयी है. उसकी उम्र 46 वर्ष दिखाकर लोन सैंक्शन कर दिया गया है. वहीं इसी मुहल्ले की ही एक महिला प्रतिमा देवी जो आज भी पलानी में अपना जीवन बसर कर रही है उसके नाम पर तीन माइक्रोफाइनांस कंपनियों ने साठ-साठ हजार रुपये का लोन कैसे निर्गत कर दिया है. वह विषय का चर्चा बना हुआ है. शहर के कुछ पढ़े-लिखे लोगों की मानें, तो आखिर इन माइक्रोफाइनांस कंपनियों ने जिनके पास घर नहीं है या जो 80 बरस के वृद्ध हैं उनको लोन कैसे मुहैया कराये गये.
स्पाॅट वेरीफिकेशन किसने किया, यदि वोटर आईडी कार्ड में उम्र की हेराफेरी हुई थी, तो वेरीफिकेशन के समय 80 और 40 मे अंतर समझ में क्यूं नहीं आया. फिलहाल माइक्रोफाइनांस कंपनियों के लोन धारक को चकमा देकर फरार हुई टीम लीडर फुलकुमारी चर्चा की विषय बनी हुई है.
एक व्यक्ति को तीन-तीन कंपनी से मुहैया कराया गया लोन
इस संबंध में मोहन बाजार निवासी सलमा खातून ने बताया कि मेरे नाम से तीन बैंकों से 25-25 हजार रुपये का लोन दिया गया है. इसी तरह का आरोप गायत्री देवी, मुन्नी खातून, तारा खातून व नुरेशा खातून, प्रभावती देवी, शीला देवी ने बताया कि हम लोगों के साथ भी धोखाधड़ी कर विभिन्न बैंकों से 25 हजार से लेकर 40 हजार रुपये का फर्जी तरीके से लोन सैंक्शन कराकर पैसा उठा लिया है. सबसे आश्चर्य कि बात यह हैं कि रेखा नाम की जगह नूरतारा के नाम पर करिब पांच बैंकों से लोन उठाया गया है. जबकि मेरा वोटर आईडी भी नहीं है. फर्जी आईडी बनाकर पैसा का उठाया गया है.
आरोपित के घर लगा रहा महिलाओं का जमावड़ा
चौथे दिन भी धोखाधड़ी कर गायब महिला के घर पर पीड़ित महिलाओं का जमावड़ा लगा रहा. सभी अपने पैसों की रिकवरी के लिए चिंतित दिखीं. वहीं महिलाओं का कहना था कि उक्त धोखाधड़ी में विभिन्न बैंककर्मियों की मिलीभगत भी है. महिलाओं का कहना था कि अगर प्रशासन सही से इसकी जांच करे तो सारी बातों का खुलासा हो जायेगा. वहीं माइक्रोफाइनांस कंपनी वालों का कहना है कि पैसा सभी उपभोक्ता के अकाउंट में गया है और अकाउंट होल्डर यदि पैसा निकाल कर किसी को देता है तो इसमें माइक्रोफाइनांस कंपनी क्या कर सकती है.
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