महाराजगंज : अंधाधुंध खेत में रासायनिक खाद के प्रयोग करने से जमीन की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है. जैविक खाद का प्रयोग करने से मिट्टी की शक्ति बनी रहती है. सरकार भी 50 फीसदी अनुदान जैविक खाद पर दे रही है. उक्त बातें महाराजगंज के प्रखंड कृषि पदाधिकार हरिशंकर सिंह ने ई. किसान भवन में कृषि समन्वयक व कृषि सलाहकारों के साथ बैठक में कहीं.
बीएओ ने कहा कि गांव के किसानों को जैविक व कंपोस्ट खाद खेत में इस्तेमाल करने की सलाह देना अति आवश्यक है. रासायनिक खाद के अपेक्षा कंपोस्ट व जैविक खाद सस्ता व कारगर है. कम लागत पर अधिक उपज किसान भाई पा सकते हैं. रासायनिक खाद के उपयोग से धीरे-धीरे किसान भाइयों को पिंड छुड़ाने के प्रचार प्रसार क्षेत्र में करना है.
बीएओ ने कहा, दुकान से वोटर आईडी कार्ड या आधार कार्ड पर स्थानीय कृषि सलाहकार से हस्ताक्षर कर, बैंक खाते की फोटो कॉपी दुकानदार को देने पर खरीदी गयी जैविक खाद पर 50 फीसदी अनुदान की राशि किसान के खाते में आरटीजीएस कर दी जायेगी. इससे किसानों को आर्थिक लाभ भी होगा और कम लागत पर अधिक उपज भी प्राप्त होगी. बैठक में धर्मेंद्र कुमार सिंह, पुष्पेंद्र कुमार, चंदेश्वर यादव, राजीव कुमार आदि कृषि सलाहकार उपस्थित थे.