स्कूल में कमरों की कमी से बाहर चलती है क्लास

सीवान : शहर के श्रीनगर मोहल्ले में स्थित राजकीय मध्य विद्यालय के आधे बच्चे दो कमरों व एक बरामदे में तथा आधे बच्चे खुले आसमान के नीचे शिक्षा ग्रहण करते हैं. कक्षा छह से लेकर आठ तक के बच्चे कमरों तथा कक्षा एक से पांच के बच्चे खुले आसमान के नीचे पढ़ते हैं. जब धूप […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 21, 2017 8:58 AM
सीवान : शहर के श्रीनगर मोहल्ले में स्थित राजकीय मध्य विद्यालय के आधे बच्चे दो कमरों व एक बरामदे में तथा आधे बच्चे खुले आसमान के नीचे शिक्षा ग्रहण करते हैं. कक्षा छह से लेकर आठ तक के बच्चे कमरों तथा कक्षा एक से पांच के बच्चे खुले आसमान के नीचे पढ़ते हैं. जब धूप होती है, तो बच्चे बगल के भगवान शिव के मंदिर में बैठ कर पढ़ते हैं.
मंदिर के गर्भ गृह को छोड़ कर ऐसी कोई जगह नहीं, जहां बच्चे बैठ कर पढ़ते या मध्याह्न भोजन नहीं करते हो. श्रावण महीने में सोमवारी के दिन मंदिर में भगवान शिव पर अधिक जलाभिषेक होने के कारण परिसर में जलजमाव हो जाता है. इसको लेकर कक्षा एक और दो की पढ़ाई सोमवार के दिन नहीं हो रही है.
जगह की कमी के कारण खुले आकाश तले बनता है मध्याह्न भोजन : राजकीय मध्य विद्यालय श्रीनगर में जगह व कमरों की कमी होने के कारण खुले आकाश के नीचे बच्चों को खाने के लिए मध्याह्न भोजन बनता है. सुरक्षा की दृष्टि से आकाश के नीचे भोजन बनना ठीक नहीं है. स्कूल की चहारदीवारी नहीं होने के कारण बच्चे बीच में ही कक्षा छोड़ कर घर भाग जाते हैं. बगल में रोड होने के कारण शिक्षक छात्रों को लेकर काफी चिंतित रहते हैं. जगह की कमी के कारण मात्र एक शौचालय बना है, जो छात्रों व शिक्षकों की संख्या को देखते हुए कम है.
कमरों की कमी के कारण जिस कमरे में बच्चे पढ़ते हैं, उसी कमरे के आधे हिस्से में एमडीएम का खाद्यान्न रखा जाता है. स्कूल के रजिस्टर के मुताबिक कक्षा एक से लेकर आठ तक करीब 520 छात्रों का नामांकन है. जगह की कमी के बावजूद 70 से 80 प्रतिशत छात्रों की उपस्थित रहती है. इन बच्चों को पढ़ाने के लिए 12 शिक्षकों की एक बड़ी फौज है, जिस हिसाब से बच्चों को बैठा कर पढ़ाया जाता है. उस हिसाब से दो से अधिक शिक्षकों की जरूरत नहीं है.
क्या कहती हैं जिम्मेवार
स्कूल की समस्याओं से वरीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. जगह की कमी के कारण बच्चे मंदिर में पढ़ते हैं. बरसात होने पर कक्षा एक से पांच तक की छुट्टी कर दी जाती है. आज कल श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को कक्षा एक और दो की कक्षाएं नहीं चलती हैं.
सरोजनी कुमारी, प्रधानाध्यापिका

Next Article

Exit mobile version