सीतामढ़ीः दवा दुकानदार राम बालक महतो की नाबालिग पुत्री के अपहरण को लेकर सामाजिक तौर पर दंडित श्याम गामी ने बदले की कार्रवाई में ओम कुमार उर्फ राहुल की अपहरण कर हत्या कर दी. पिछले तीन साल से दबी इस दुश्मनी ने श्याम को इस खतरनाक खेल का विलेन बना दिया. वर्ष 2010 में राम बालक महतो की नाबालिग पुत्री का आरोपित श्याम कुमार गामी अपहरण कर लिया था. श्री महतो ने तत्परता दिखाते हुए पटना जंकशन से पुत्री को बाहर ले जाने का प्रयास करते वक्त पकड़ लिया और आनन-फानन में पुत्री की शादी अन्यत्र कर दी.
मामले में आरोपित गामी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल में रहने के दौरान हीं उसके माता व पिता का निधन हो गया. बाहर आया तो वह अकेला था. केस सुलह करने के लिए गांव में पंचायती कराया, जिससे उसे पचास हजार जुर्माने की सजा मिली. वह जुर्माना की राशि गांव के पंचों को दे दिया, परंतु वह राशि महतो को नहीं मिली. श्याम को यह लग रहा था कि पैसा राम बालक को मिल गया है. श्याम के दिल में तभी से हीं बदले की आग धधकने लगा. वह श्री महतो से अपना पचास हजार रुपया मोबाइल पर वापस करने की मांग करने लगा.
आखिर 14 दिसंबर को एक खतरनाक सोच के साथ राहुल का अपहरण कर लिया और सोनबरसा थाना के विशनपुर आधार गांव के सरेह स्थित एक गन्ने की खेत में छुपा कर रखा, उसे वहीं खाना, पीना भी देता था. अपहरण के दिन शाम को आरोपित श्री महतो से मिला भी था और अपना रुपया लौटाने की मांग भी की थी. अपहरण के चार दिन बाद हीं दबिया से गरदन पर प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया और पुआल के टाल में आग लगा दिया.
सहियारा थानाध्यक्ष रतन यादव ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति द्वारा पुलिस को बरगलाया जा रहा है. अपहरण की बात को वह कभी स्वीकार करता है तो कभी हत्या के बारे में हां और ना दोनों बात कर रहा है.