सीतामढ़ी/सोनबरसा : सोनबरसा में मुखिया संजय कुमार पर मंगलवार सुबह करीब सात बजे बाइक सवार अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग की. श्री कुमार को पांच गोली लगी और वह वहीं बेहोश हो गये. गंभीर रूप से जख्मी मुखिया को इलाज के लिए सीतामढ़ी स्थित एक निजी नर्सिग होम में भरती कराया गया है.
डॉक्टरों ने ऑपरेशन के बाद पेट व कमर में फंसी गोली को निकाला. एक गोली अब भी शरीर में फंसी है. डॉक्टरों ने उनकी हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताया है.
बताया जाता है कि श्री कुमार अपने तीन परिचितों के साथ मॉर्निग वाक पर निकले थे. जब वह प्रखंड कार्यालय के समीप आवासीय कॉलोनी की ओर बढ़े, तभी सफेद रंग की टीवीएस अपाचे बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने उन्हें देखते ही गोलियां बरसाने लगे. गोली लगते ही वह अचेत हो गये. उनके साथ टहल रहे लोगों ने शोर किया.
इसी बीच परिजन समेत शुभचिंतक मौके पर पहुंचे व खून से लथपथ मुखिया को इलाज के लिए भेजा.
जदयू की वरिष्ठ नेत्री हैं पत्नी
मुखिया श्री कुमार जिला 20 सूत्री के सदस्य भी हैं. उनकी पत्नी आरती प्रधान जदयू प्रदेश कार्यकारिणी की विशेष आमंत्रित सदस्य हैं. घटना की सूचना मिलते ही सोनबरसा थानाध्यक्ष प्रियरंजन पुलिस बल के साथ पहुंचे. इस बीच कन्हौली थानाध्यक्ष विकास कुमार राय, परिहार थानाध्यक्ष योगेंद्र प्रसाद, सुरसंड इंस्पेक्टर नितेंद्र कुमार भी पहुंच गये. एसपी नवल किशोर सिंह, सदर डीएसपी एमएन उपाध्याय ने भी मौके का जायजा लिया. पुलिस ने मौके से नाइन एमएम के दो व थ्री फिफ्टीन का एक खोखा बरामद किया है.
फायरिंग में प्रयुक्त बाइक बरामद
मौके से तीन किमी दूर रोहुआ गांव से अपराधियों के इस्तेमाल टीवीएस अपाचे बाइक (बीआर 30ई 1444) को बरामद कर लिया गया है. संदेह के आधार पर तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. थानाध्यक्ष ने बताया कि अपराधी घबराहट में एक दूध विक्रेता को ठोकर मारते हुए देव नारायण महतो के बैगन के खेत के पास बाइक छोड़ कर भाग निकले. ग्रामीणों की सूचना पर बाइक को जब्त कर लिया गया है. घटना के विरोध में सोनबरसा बाजार बंद है.
स्टैंड ठेका को लेकर था विवाद
खिया संजय कुमार पर जानलेवा हमले के पीछे सोनबरसा बस स्टैंड में ठेका को लेकर विवाद था. संजय मुखिया के साथ स्टैंड के इंचार्ज भी हैं. पुलिस की मानें तो पूर्व से स्टैंड में ठेका को लेकर वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. इसको लेकर मुखिया को धमकी भी मिलती थी. हालांकि, मुखिया के बयान के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. नगर थानाध्यक्ष विमल कुमार सिंह ने बताया कि बेहोशी के कारण मुखिया का बयान नहीं हो पाया है.
क्या कहते हैं सदर डीएसपी
कोट–
मुखिया को पहले से निशाना बनाया गया था. स्टैंड इंचार्ज को लेकर विवाद की बात सामने आ रही है. हमलावरों को चिह्न्ति कर उनकी धर-पकड़ की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
एमएन उपाध्याय, डीएसपी सदर