।। अमिताभ कुमार ।।
सीतामढ़ी : जिले के सबसे अधिक नक्सल प्रभावित रून्नीसैदपुर प्रखंड के नक्सल प्रभावित गांव में नक्सलियों का जमावड़ा हो चुका है. जो किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए एकत्रित होकर योजना बना रहे हैं.
खुफिया विभाग की एक रिपोर्ट के बाद सुरक्षा तंत्र पूरी तरह सक्रिय हो चुका है. नक्सलियों की धर-पकड़ के लिए सीआरपीएफ व जिला पुलिस की संयुक्त टीम गिद्धा, फुलवरिया, बलुआ, सिरखिया व सुहईगढ़ समेत एक दर्जन से अधिक गांव में कांबिंग ऑपरेशन चला रहे है. इस दौरान रून्नीसैदपुर से सटे बेलसंड अनुमंडल के एक स्थान से दो व्यक्तियों को स्थानीय पुलिस ने दबोचा है. जो कर्नाटक व बंगाल की भाषा बोल रहे है. एक व्यक्ति अपना नाम मानिक मांझी बता रहे है.
उसका कहना है कि वह भटक कर आ गया है. हालांकि पुलिस बारीकी से दोनों से पूछताछ कर रही है. धराये दोनों व्यक्तियों से लैंग्वेज एक्सपर्ट बात कर रहे है. इधर रुक -रुक कर हो रही वर्षा के कारण कांबिंग ऑपरेशन पर भी प्रभाव पड़ रहा है.
यहां बता दें कि खुफिया विभाग ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए तकरीबन 150 नक्सलियों का जमावड़ा हो चुका है. जो किसी सरकारी संपत्ति या किसी खास व्यक्ति को अपना निशाना बना सकते हैं. 150 नक्सलियों में हार्डकोर नक्सली भी शामिल है. जो दूसरे स्थान से आये हैं.
* सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की योजना
* गिद्धा व बलुआ समेत एक दर्जन गांव में कांबिंग ऑपरेशन
* 150 की संख्या में हैं नक्सली
* गिरफ्तार दो में एक कर्नाटक का तो दूसरा बंगाल का
* लैंग्वेज एक्सपर्ट कर रहे पूछताछ