बबलू पर कसेगा आर्थिक अपराध इकाई का शिकंजा

सीतामढ़ी : जिला कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ल्यूओ) शुभ नारायण दत्त की हत्या की गुत्थी सुलझने के बाद अब विभागीय घोटाले की परत भी खुलने लगी है. एसआइटी को मिली सफलता के बाद करोड़ों के इस घोटाले में हत्याकांड के सूत्रधार नियोजित शिक्षक मो अली अंसारी उर्फ बबलू पर आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) शिकंजा कसेगा. इतने कम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 22, 2018 5:54 AM

सीतामढ़ी : जिला कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ल्यूओ) शुभ नारायण दत्त की हत्या की गुत्थी सुलझने के बाद अब विभागीय घोटाले की परत भी खुलने लगी है. एसआइटी को मिली सफलता के बाद करोड़ों के इस घोटाले में हत्याकांड के सूत्रधार नियोजित शिक्षक मो अली अंसारी उर्फ बबलू पर आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) शिकंजा कसेगा. इतने कम समय में एक शिक्षक इतनी अकूत संपत्ति का मालिक कैसे बन गया? इस सवाल पर उसके खिलाफ जांच शुरू की जा सकती है. पुलिस की विशेष टीम ने इसके संकेत भी दिये हैं. कल्याण विभाग में बड़ी राशि गबन करने के आरोपित बबलू पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला भी दर्ज हो सकता है. रडार पर पूर्व कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ब्लूओ) गरभू मंडल भी हैं,

बबलू पर कसेगा
जिनकी मिलीभगत से बबलू ने वर्ष 2014-15 में कल्याण विभाग द्वारा निर्गत 23-23 लाख के तीन चेक निजी बैंक खाते में जमा किया है. गौरतलब है कि हत्या के दूसरे दिन ही प्रभात खबर ने ‘विभाग के कार्यालय से जुड़े हो सकते हैं डीडब्बलूओ की हत्या के तार’ शीर्षक से खबर भी प्रकाशित की थी.
— बबलू पर बनाया था राशि वापस करने का दबाव
यह पूरा घोटाला 69 लाख का है, जिसमें दिवंगत श्री दत्त ने जांच में अनियमितता पकड़ी थी. साथ ही बबलू पर राशि वापस करने का दबाव भी बनाया था. नियम को ताक पर रखकर किस परिस्थिति में इतनी बड़ी राशि का चेक बबलू के नाम से जारी किया गया, यह बड़ा सवाल है. अधिकारियों की मानें, तो जांच का दायरा आगे बढ़ सकता है. इसमें कई अधिकारियों व कर्मचारियों पर जांच की तलवार लटकी है. इसके अलावा बबलू की कारिस्तानियों को लेकर उसकी दोनों पत्नियों से पूछताछ की जा सकती है.
पत्नी नाजरा बेगम के नाम मिला जाली प्रमाण-पत्र
सदर एसडीपीओ डॉ कुमार वीर धीरेंद्र के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने बबलू के राजोपट्टी उर्दू मोहल्ला स्थित आवास से बड़ी मात्रा में कल्याण विभाग से संबंधित कागजातों के अलावा कई विभागों के महत्वपूर्ण दस्तावेज, मुहर, छात्रवृत्ति के कागजात, फॉर्म के अलावा कई जाली प्रमाण-पत्र बरामद किये गये है. घर के कमरे में ही कार्यालय खोलकर अप्रत्यक्ष रूप से कई विभागों का संचालन करनेवाले शिक्षक बबलू की आलमीरा से पहली पत्नी नाजरा बेगम के नाम से मैट्रिक व इंटर के लगभग 20 जाली अंक पत्र भी मिले हैं. इससे जाहिर होता है कि शातिर दिमाग शिक्षक के फर्जीवाड़ा का दायरा कितना बड़ा है. जाली प्रमाण-पत्र व अंक पत्र के बारे में जांच टीम नाजरा से पूछताछ कर सकती है.
जारी है छापेमारी
घटना से जुड़े जरूरी कागजातों की जांच शुरू कर दी गयी है. आरोपित शिक्षक बबलू के खिलाफ ईओयू जांच करेगी व उसकी संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई भी होगी. इसके अलावा आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज होगा. हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. जांच के दायरे में जो भी आयेंगे उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
डॉ कुमार वीर धीरेंद्र, सदर एसडीपीओ, सीतामढ़ी
जांच के रडार पर पूर्व डीडब्बलूओ गरभू मंडल भी
बबलू पर आय से अधिक संपत्ति का भी दर्ज होगा मामला
एसआइटी की छापेमारी में बबलू के घर से मिले हैं कई कागजात
कागजातों की जांच के लिए एक्सपर्ट की ली जाएमदद लेने की तैयारी

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