जयमाला के बाद पुलिस ने मंडप से दूल्हे को किया गिरफ्तार, दुल्हन के अपहर्ता की सूचना पर हुई कार्रवाई, … पढ़ें पूरा मामला

सीतामढ़ी : रीगा प्रखंड में जिला पुलिस ने जयमाला के बाद दुल्हन से सात फेरे लेने जा रहे दूल्हा कैलाश कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दूल्हे कैलाश को मंगलवार को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. बाल विवाह कानून का सख्ती से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 13, 2018 6:55 PM

सीतामढ़ी : रीगा प्रखंड में जिला पुलिस ने जयमाला के बाद दुल्हन से सात फेरे लेने जा रहे दूल्हा कैलाश कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दूल्हे कैलाश को मंगलवार को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. बाल विवाह कानून का सख्ती से पालन करते हुए पुलिस ने विवाह में शामिल होनेवाले अज्ञात बराती, दूल्हा कैलाश कुमार सिंह, उसके मां-बाप, दुल्हन के मां-बाप, मामा-मामी के अलावा पंडित, नाई, बैंड पार्टी, डीजे संचालक व रथ मालिक पर भी प्राथमिकी दर्ज की है. बाल विवाह को लेकर जिले में पहली बार पुलिस की सख्ती से चर्चाओं का बाजार गर्म है.

पुलिस को सूचना देनेवाला निकला लड़की का अपहरणकर्ता

पूरे मामले का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि शादी की खबर पुलिस को करनेवाले उपेंद्र मंडल को दुल्हन के बारे में पूरी जानकारी थी. बताया गया कि नगर थाने के बरियारपुर गांव निवासी प्रदीप सिंह ने पिछले वर्ष अपनी नाबालिग पुत्री रेणु कुमारी को शादी की नीयत से अगवा करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. सुरसंड थाने के रधाउर गांव निवासी रामा मंडल के पुत्र उपेंद्र मंडल को आरोपित किया था. पुलिस ने उपेंद्र को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इधर, प्रदीप सिंह ने पुत्री की शादी सुरसंड थाने के मझौलिया गांव निवासी विरजन सिंह के पुत्र कैलाश कुमार सिंह से तय की थी. 12 मार्च को दोनों की शादी लड़की के ननिहाल साखी गांव से तय थी.

इधर, अपहरण मामले में गिरफ्तार उपेंद्र मंडल जमानत पाकर जेल से बाहर निकला, तो उसे जानकारी मिली कि प्रदीप सिंह अपनी पुत्री की शादी करा रहा है. उपेंद्र पर प्राथमिकी दर्ज कराते वक्त प्रदीप ने अपनी पुत्री की उम्र 15 वर्ष बतायी थी. अपने ऊपर दर्ज प्राथमिकी का फायदा उपेंद्र ने रेणु के उम्र सत्यापन के रूप में करते हुए एसपी और रीगा थानाध्यक्ष को सूचना दी. उसके बाद पुलिस टीम ने शादी स्थल की घेराबंदी करते हुए दूल्हा-दुल्हन को हिरासत में ले लिया. अचानक पुलिसिया कार्रवाई से शादी समारोह में भाग लेने आये लोगों के बीच अफरातफरी मच गयी. माजरा समझ शादी कराने आये पुरोहित व नाई भाग निकले.

क्या कहते हैं अधिकारी

थानेदार ललन कुमार ने बताया कि बाल विवाह कानून का उल्लंघन करते हुए दोनों की शादी करायी जा रही थी. दोनों नाबालिग हैं. लिहाजा उनकी शादी कानूनन अपराध है. शादी में शामिल व सहयोग करनेवाले सभी लोगों को चिह्नित कर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

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