राजद के विधान पार्षद दिलीप राय ने मुख्य सचिव को भेजा पत्र

सीतामढ़ी सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक पर लगाया आरोप कहा, सृजन घोटाले की तरह हुआ है करोड़ों का घोटाला, मामले की हो सीबीआइ से जांच सीतामढ़ी : राजद के विधान पार्षद दिलीप राय ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सीतामढ़ी सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक ललन शर्मा पर सृजन घोटाले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 14, 2017 5:13 AM

सीतामढ़ी सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक पर लगाया आरोप

कहा, सृजन घोटाले की तरह हुआ
है करोड़ों का घोटाला, मामले की
हो सीबीआइ से जांच
सीतामढ़ी : राजद के विधान पार्षद दिलीप राय ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सीतामढ़ी सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक ललन शर्मा पर सृजन घोटाले की तरह बैंक भवन की मरम्मती एवं सौंदर्यीकरण के अलावा आउट सोर्सिंग एवं वेतन भुगतान व धान अधिप्राप्ति कार्य के नाम पर बैलेंस सीट में आंकड़ों का हेराफेरी कर करोड़ों का घोटाला करने का आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है. विधान पार्षद श्री राय ने पत्र में कहा है कि शिवहर व सीतामढ़ी के सहकारी कार्यकर्ताओं में इस बात की खूब चरचा है कि श्री शर्मा द्वारा अपनी राजनीतिक पहुंच व धन-बल की बदौलत अपने विरुद्ध लंबित आरोपों की जांच नहीं होने दिया जाता है.
विभाग के सभी पदों के प्रभारी खुद बने रहने का आरोप :उन्होंने आरोप लगाया है कि श्री शर्मा विगत तीन वर्षों से सीतामढ़ी व शिवहर जिला के सहकारिता विभाग के सभी पदों के प्रभार बने हुए हैं, जिसके चलते पैक्स/व्यापार मंडल अध्यक्षों का आर्थिक शोषण हो रहा है. उन्होंने श्री शर्मा के खिलाफ घोटालों के लिए लगे कई गंभीर आरोपों का भी जिक्र करते हुए मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है.
मुख्यमंत्री की बैठक में भी उठा था मुद्दा
उन्होंने जिक्र किया है कि 28 मई 2016 में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में तिरहुत प्रमंडल के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की संपन्न बैठक में भी प्रबंध निदेशक श्री शर्मा के कार्यकलापों की जांच का मुद्दा उठाया गया था. उसके आलोक में डीएम की अध्यक्षता में सहकारिता पदाधिकारी एवं आपूर्ति पदाधिकारी को संयुक्त रूप से जांच प्रतिवेदन समर्पित करना था, लेकिन श्री शर्मा द्वारा अपने प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए जांच नहीं होने दिया जा रहा है. पत्र में लिखा है कि स्थानीय स्तर पर श्री शर्मा के खिलाफ वर्ष 2014-15 से लगातार आंदोलन किया जा रहा है और आरोप-पत्र भी समर्पित किया जा रहा है, जो सहकारिता विभाग में लंबित है.

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