सीतामढ़ी : सीतामढ़ी शहर से सटे बसवरिया लक्ष्मीनगर में बहन के साथ छेड़खानी का विरोध करने से नाराज बदमाशों ने जेनरल स्टोर्स व्यवसायी मेहसौल ओपी क्षेत्र के मेहसौल गोट वार्ड छह निवासी स्व छोटे अंसारी के पुत्र मो जावेद उर्फ राजू 17 वर्ष को उसकी दुकान से उठा कर बंधक बना गोली मार दी, जिसकी इलाज के क्रम में एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में मौत हो गयी. घटना की जानकारी मिलते ही परिजन व स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये. आक्रोशित लोगों ने मेहसौल आजाद
चौक को बांस-बल्ले से जाम कर दिया. वहीं टायर जला कर लोग आक्रोश जताने लगे. शव पहुंचते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. नाराज लोग हत्यारों की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग पर अड़े रहे. सूचना के बाद डीएसपी सदर डॉ कुमार वीर धीरेंद्र, डीएसपी मुख्यालय राकेश कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर मुकेश चंद्र कुंवर, डुमरा थानाध्यक्ष छोटन कुमार व मेहसौल ओपी के प्रभारी मो एजाज कौशर, पुनौरा ओपी प्रभारी ज्ञान प्रकाश सशस्त्र
सीतामढ़ी में व्यवसायी
बल के साथ मौके पर पहुंच काफी मशक्कत के बाद जाम समाप्त कराया. वहीं अविलंब आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर मामला शांत कराया.
क्या है मामला
मेहसौल ओपी क्षेत्र के मेहसौल गोट वार्ड छह निवासी स्व छोटे अंसारी के पुत्र मो जावेद उर्फ राजू सीतामढ़ी शहर के स्टेशन रोड में जेनरल स्टोर्स चलाता था. गांव से सटे लक्ष्मीनगर के कुछ लोग उसकी विधवा बहन के साथ छेड़खानी करते थे, जिसका वह विरोध करता था. इससे नाराज लोगों ने रविवार की रात राजू को उसकी दुकान से उठा लिया. देर रात तक राजू नहीं लौटा. इस दौरान आरोपितों ने उसे बंधक बना कर रखा. वहीं बाद में गोली मार दी, साथ ही अधमरा अवस्था में लक्ष्मीनगर स्थित उसकी बहन के घर के पास फेंक दिया. अहले सुबह परिजनों द्वारा उसे सदर अस्पताल पहुंचाया गया. वहां से उसे रेफर कर दिया गया,
लेकिन परिजन उसे लेकर डॉ वरुण कुमार के क्लिनिक पहुंचे. यहां से चिकित्सक ने भी उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया. एसकेएमसीएच में इलाज के दौरान राजू ने दम तोड़ दिया. घटना की बाबत मृतक के भाई मो तनवीर ने एसकेएमसीएच में पुलिस को दिये गये फर्द बयान में लक्ष्मीनगर निवासी मो अकबर, मो अख्तर, पिंटू कुमार, मो जुमेराती, अनिल कुमार, मो इस्लाम, सुधीर कुमार, उदय कुमार, मोनू कुमार व मो अहमद समेत 10 को आरोपित किया है.
इधर, राजू की मौत की खबर मिलते हीं लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा करना शुरू कर दिया. शव के पहुंचते ही लोग और उग्र हो गये. लोग आरोपितों की गिरफ्तारी व मुआवजे के साथ आरोपित पिंटू कुमार की मां को भी आरोपित बनाने की मांग पर अड़े थे. तकरीबन चार घंटे तक लोगों का प्रदर्शन जारी रहा. बाद में डीएसपी सदर द्वारा पिंटू की मां को भी आरोपित बनाने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ.