जल प्रलय. उत्तर िबहार में 48 घंटों में 40 की मौत, कई लापता, सुगौली स्टेशन पर चढ़ा पानी, परिचालन रुका
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मोतिहारी-सीतामढ़ी में सेना ने संभाली कमान
जल प्रलय. उत्तर िबहार में 48 घंटों में 40 की मौत, कई लापता, सुगौली स्टेशन पर चढ़ा पानी, परिचालन रुका उत्तर बिहार में बाढ़ की हालत गंभीर होती जा रही है. लोग घर छोड़ कर बांधों, सड़कों व राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं. इस बीच पिछले दो िदनों के दौरान बाढ़ के पानी […]
उत्तर बिहार में बाढ़ की हालत गंभीर होती जा रही है. लोग घर छोड़ कर बांधों, सड़कों व राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं. इस बीच पिछले दो िदनों के दौरान बाढ़ के पानी में डूबने से 40 लोगों की मौत हो गयी है. पश्चिमी चंपारण में 11, पूर्वी चंपारण में छह, सीतामढ़ी में 13, मधुबनी में सात व दरभंगा में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. पूर्वी चंपारण के सुगौली रेलवे स्टेशन पर पानी भर जाने से ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है. सीतामढ़ी व पूर्वी चंपारण जिले में सेना ने अपनी कमान संभाल ली है.
सीतामढी : जिले में बाढ़ से स्थिति िबगड़ती जा रही है. हालात को देखते हुए पूरे जिले को सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के हवाले कर दिया गया है, जो रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी है. जिले का मुजफ्फरपुर छोड़ अन्य जिलों से ट्रेन व सड़क संपर्क भंग हो गया है. कई प्रखंडों का जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क टूट चुका है. बाढ़ का पानी सीतामढ़ी शहर व डुमरा के इलाकों में प्रवेश कर गया है. लखनदेई नदी के बांध पर पानी का दबाव बना है. शहर के ज्यादातर मुहल्लों में पानी घुस गया है. इधर, विद्युत व संचार सेवाएं ठप हो रही हैं. उधर, पिछले 24 घंटे के भीतर अलग-अलग स्थानों पर बाढ़ में 21 लोग बह गये हैं. इनमें 13 लोगों का शव
टापू बना सीतामढ़ी
बरामद
कर लिया गया है. वहीं, सात लोगों के शव की तलाश जारी है. सीतामढ़ी शहर व सुप्पी में एक-एक अज्ञात शव बरामद किया गया है. पुपरी में सात, रीगा में चार, डुमरा में दो, सीतामढ़ी शहर में तीन, चोरौत, परसौनी व सुरसंड में एक-एक लोग पानी में बह गये है. इसके पूर्व बैरगनिया में पांच, बाजपट्टी में एक, बथनाहा में एक, मेजरगंज में दो व नानपुर में एक समेत कुल दस लोग बह गये थे. चार दिनों के भीतर अब तक 31 लोग बह गये हैं. हालांकि डीएम राजीव रौशन ने मंगलवार शाम तक 11 मौत की ही पुष्टि की है. जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि बाढ़ से हुई मौतों का प्रशासन के पास मंगलवार तक का ही आंकड़ा है.
बागमती व लखनदेई नदियों के बांध टूटने की वजह से ये हालत बनी है. रुन्नीसैदपुर शहर में पानी घुस गया है. यहां बागमती का बांध टूटने से 14 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, िजनके 42 गांवों में पानी भर गया है. लोग ऊंचे स्थानों की ओर जा रहे हैं. प्रशासन की ओर से राहत के इंतजाम िकये जा रहे हैं. बाढ़ प्रभावितों के िलए खाने के िवशेष इंतजाम िकये गये हैं.
रुन्नीसैदपुर के प्रखंड कार्यालय, एसएसबी कैंप, बिजली कार्यालय जलमग्न हो गये हैं. औराई व बेलसंड की ओर जानेवाली सड़कों पर कई स्थानों पर पानी बह रहा है. पानी का बहाव तेज है. आसपास के गांव स्कूलों व अन्य जगहों पर शरण िलये हुये हैं.
बाढ़ ने मचायी तबाही, बेितया, मधुबनी व दरभंगा में कई जगह टूटे नदियों के तटबंध
पश्चिमी चंपारण में
डूबने से 11 की गयी जान 50 लोग लापता
िजले की 173 पंचायतों के 365 गांव बाढ़ से प्रभावित
मधुबनी में महाराजी तटबंध का िरंग बांध टूटा साढ़े चार लाख लोग बाढ़ की चपेट में
मोतिहारी शहर के निचले इलाकों में घुसा पानी, छह की मौत
दरभंगा में कमला व खिरोई के आधा दर्जन स्थानों पर टूटे तटबंध
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