सीतामढ़ी/बैरगनिया/रून्नीसैदपुर/सुप्पी/बेलसंड : इलाके में जहां रूक-रूक कर बारिश का दौर जारी है, वहीं इसके चलते नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. रविवार को भी इलाके की बागमती व अधवारा समूह की नदी के अलावा लाल बकैया नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा.
लालबकैया नदी में आयी बाढ़ से फुलवरिया घाट स्थित डायवर्सन के बह जाने के बाद लगातार 5 वें दिन भी बैरगनिया का पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क भंग रहा. उधर, बेलसंड के चंदौली में बागमती नदी के चंदौली घाट पर जलस्तर घटने के बाद इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है. हालांकि रोक के बावजूद चंदौली में नावों का परिचालन जारी है. सुप्पी में भी बागमती नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. यहां बांध पर रेनकट से लोग दहशतजदा है.
जबकि रून्नीसैदपुर के इलाकों में बागमती नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. इधर, बैरगनिया शहर को बचाने के लिए बागमती नदी के रिंग बांध पर कई स्थानों पर बारिश के चलते रेन कट होने से बांध के टूटने का खतरा बढ़ गया है. बागमती परियोजना द्वारा निर्मित नौ किलोमीटर लंबा यह बांध मूसाचक, बेंगाही, जोरियाही, परसौनी व चकवा गांव के पास जर्जर हो गया है. वहीं बांध में दो दर्जन स्थानों पर रेनकट बन जाने से इसकी स्थिति अत्यंत जर्जर हो गयी है. हर साल इस बांध की मरम्मत पर लाखों रुपये खर्च किया जाता है. बावजूद इसके बांध की हालत काफी खराब है. बैरगनिया शहर के चारों ओर से माला के आकार में बना यह बांध जुलाई 1993 में मुसाचक,आदमवान व नंदवारा गांव के समीप तीन स्थानों पर ध्वस्त हो गया था. इसके चलते जान माल को भारी नुकसान के साथ रेलवे ट्रैक को भी क्षति पहुंची थी.