छुट्टियों का भरपूर मजा ले रहे हैं स्कूली बच्चे, टीवी पर कार्टून व मोबाइल पर गेम खेलने में हैं व्यस्त

15 दिन की इस छुट्टी का मजा लेना चाहते हैं स्कूली बच्चे. बच्चे दिनभर मोबाइल और टीवी से ही चिपके रहेत है

By Radheshyam Kushwaha | March 19, 2020 3:03 PM

मुजफ्फरपुर: कक्षा एक से लेकर पांचवी में पढ़ने वालों बच्चों का पूरा दिन आजकल टीवी पर कार्टून देखने और मोबाइल में गेम खेलने में बीत रहे है. कोरोना वायरस के कारण स्कूलों में हुई छुट्टी का मजा वह अपनी तरह से ले रहे है. बच्चे इस स्पेशल छुट्टी में मोबाइल और कार्टून ही देखने में मशगूल हैं. पढ़ने और लिखने की तरफ तो कोई देखना भी नहीं चाहता. सभी 15 दिन की इस छुट्टी का मजा लेना चाहते हैं. बच्चे दिनभर मोबाइल और टीवी से ही चिपक गये हैं. डीएवी में पढ़ने वाला दिव्यांग दिन भर मोबाइल में गेम खेलता रहता है. होली के बाद लगातार मिली छुट्टी का कोई पल वह खोना नहीं चाहता. बेला की वैष्ण वी भी दिनभर टीवी पर छोटा भीम देखने में ही व्यस्त है. सिकंदरपुर की रितिका मोबाइल में रैम्स देखती रहती है.

पढ़ाई नहीं करने से अभिभावक हो रहे परेशान

छुट्टी में बच्चों की पढ़ाई नहीं करने से उनके माता पिता परेशान हैं. उनका कहना है कि होली के पहले से ही बच्चे मस्ती में डूबे थे और स्कूल बंद हो जाने से पढ़ाई एकदम छूट गयी है. स्कूल में नया सत्र शुरू होने वाला है, डर है कि कहीं वह स्कूल में पीछे न रह जायें. बालूघाट की रहने वाली ज्योति कुमारी ने बताया कि उनका बेटा मृणाल छुट्टी में किताब नहीं छूता है. कई बार कहने के बाद भी मोबाइल से ही चिपका रहता है. मिठनपुरा की विद्या झा ने बताया कि उनकी बेटी स्तुति भी छुट्टियों में सिर्फ खेल ही रही है. सादपुरा कॉलोनी की काजल सिंह ने बताया कि उनके बच्चे रक्षित भारद्वाज और रिद्धिमा श्री भी दिनभर खेलने में लगी रहती हैं. हालांकि उन्हें खेल खेल में पढ़ने के बारे में बताया है.

मस्ती के साथ नये सत्र की भी करें तैयारी

डीएवी बखरी के प्रचार्य और सीबीएसई कार्डि नेटर एसके झा का कहना है कि इस छुट्टी में बच्चे खेलें लेकि न अपने काम से समझौता नहीं करें. उनका नया सत्र शुरू होने वाला है, वह उसकी तैयारी में जुट जायें. कोरोना एक महामारी का रूप ले चुका है इसलिए इससे बचाव भी जरूरी है. बच्चे इससे सुरक्षित रहते हुए खेल के साथ अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दें. टीवी और मोबाइल से दूर रहें. मोबाइल पर अधिक समय देना आंखों के लिए भी नुकसानदायक है.

Next Article

Exit mobile version