शहर ने पकड़ी रफ्तार, पटरी पर लौटने लगी जिंदगी

छपरा : नये मोड़ पर फिर से अपने मिलने लगे हैं, जो कल ठहरे थे, आज चलने लगे हैं'. कोरोना वायरस की चुनौतियों के बीच अब शहर में दिनचर्या धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है. बाजारों में कारोबार बढ़ने लगा. वहीं कल तक घरों में कैद जिंदगी अब पटरी पर लौटने लगी हैं.

By Prabhat Khabar | September 21, 2020 4:17 AM

छपरा : नये मोड़ पर फिर से अपने मिलने लगे हैं, जो कल ठहरे थे, आज चलने लगे हैं’. कोरोना वायरस की चुनौतियों के बीच अब शहर में दिनचर्या धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है. बाजारों में कारोबार बढ़ने लगा. वहीं कल तक घरों में कैद जिंदगी अब पटरी पर लौटने लगी हैं. सुबह से शाम तक की दिनचर्या पूर्व की भांति नियमित हो रही है. अभी स्कूल कॉलेजों में पठन-पाठन शुरू नहीं हुआ, लेकिन कार्यालयों व बाजारों में गतिविधियां पहले की तुलना में बढ़ी हैं. इस कारण शहर की खोयी हुई रौनक फिर से लौटती दिख रही है. .

सुबह से ही दिखने लगी भीड़

सुबह आठ बजे से ही शहर के अधिकांश बाजारों में चहल-पहल बढ़ जा रही हैं. सामान्य उपभोग की वस्तुओं के साथ जरूरत के अन्य सामानों की खरीदारी के लिए लोग बाजारों में पहुंच रहे हैं. लॉकडाउन व उसके बाद अनलॉक के अंतर्गत जो भी पेंडिंग पड़े कार्य थे. वह अब पूरे होने लगे हैं. लोगों की पूर्व निर्धारित योजनाएं जो लॉकडाउन के पहले, दूसरे व तीसरे चरण व अनलॉक के अलग-अलग चरणों में पूरी नहीं हो सकी थी, उसे भी निबटाने की प्रक्रिया होने लगी है.

शहर में बढ़ी चहल पहल

शहर के के प्रायः सभी छोटे बड़े बाजारों में लगने वाली फुटपाथ दुकानों की रौनक भी अब धीरे-धीरे वापस लौटने लगी है. फुटपाथी दुकान शहर के हथुआ मार्केट, पंकज सिनेमा रोड, साहेबगंज, सुनारपट्टी, अस्पताल चौक, नगरपालिका चौक, गुदरी, काशी बाजार, मौना चौक आदि क्षेत्रों में लग रही हैं. जहां सुबह के नाश्ते से लेकर शाम के जायकेदार व्यंजनों के स्वाद के लिए लोग इकट्ठा हो रहे हैं.

सभी प्रकार की दुकानें खुलने से राहत

शुरुआती दौर में घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी थी. सिर्फ किराना, फल व सब्जी की दुकान ही खुल रही थीं. अब सभी व्यावसायिक गतिविधियां सामान्य होने लगी हैं. इलेक्ट्रॉनिक, क्रॉकरी, ऑटोमोबाइल, गारमेंट्स, ज्वेलरी आदि की दुकानें खुल जाने के बाद अब पुरुष वर्ग के साथ महिलाएं भी बाजारों में बड़ी संख्या में खरीदारी के लिए पहुंच रही हैं. चेहरे पर मास्क की अनिवार्यता के साथ महिलाएं दुकानों में अपने जरूरत के सामान खरीद रही हैं. रविवार को अवकाश का दिन होने के बाद भी फुटपाथ की दुकानों पर सौंदर्य प्रसाधन से लेकर अन्य जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए महिलाओं की चहल-पहल नजर आयी.

वाहनों का परिचालन बढ़ने से सड़के हुईं गुलजार

ऑटो व रिक्शा का परिचालन होने सड़कों पर भी काफी चहल-पहल नजर आ रही है. वाहनों के परिचालन में गति आते ही कल तक वीरान सड़कें अब गुलजार होने लगी हैं. शहर के ब्रह्मपुर से लेकर गांधी चौक के बीच रोजाना ऑटो सर्विस शुरू हो जाने से बाजारों में आये लोगों को अपने गंतव्य तक जाने में आसानी हो रही है. वहीं विभिन्न ऑटो पड़ाव पर भी अच्छी खासी भीड़ नजर आ रही है. पटना, हाजीपुर, सीवान, गोपालगंज व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों तक जाने के लिए डेली सर्विस की वाहनों का परिचालन हो रहा है. शहर के प्रायः सभी चौक-चौराहों पर मास्क को लेकर जांच अभियान भी चलाया जा रहा है.

कीमतें स्थिर होने से आम लोगों को मिली राहत

शहर के बाजारों में उपलब्ध सामानों की कीमतों में कोई बहुत ज्यादा अंतर नहीं पड़ा है. पूर्व के स्टॉक मौजूद रहने के कारण विभिन्न प्रतिष्ठानों के संचालकों ने सामानों की मूल्य में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की है. शॉपिंग मॉल व एजेंसी में निर्धारित मूल्य पर ही सामान बेचे जा रहे है. वहीं मोबाइल व अन्य उपकरण के कीमतों में भी फिलहाल स्थिरता है. हरी सब्जियां रोजाना के हिसाब से महंगी या सस्ती हो रही है. लेकिन इसका कोई खास असर आम लोगों पर नहीं दिख रहा है. शॉपिंग मॉल में सोशल डिस्टैंसिंग के साथ कारोबार हो रहा है. वहीं शहर के शिशु पार्क में शाम के समय लोग इकट्ठा हो रहे हैं

posted by ashish jha

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