दिघवारा : अवतार नगर थाना क्षेत्र के महुआनी गांव निवासी अपहृत शिक्षक अभिषेक कुमार विक्रम के अपहरण की गुत्थी सुलझाने में पुलिस जुट गयी है. अपहृत की मां चंपा देवी द्वारा दर्ज प्राथमिकी में नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज है. सदर एसडीपीओ राजकुमार कर्ण खुद मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. वहीं,
कई टीम बना कर विभिन्न पुलिस पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेवारी दी गयी है, ताकि जल्द ही अपहृत शिक्षक को बरामद किया जा सके. पुलिस अभिषेक के कॉल डिटेल को खंगाल कर मामले की तह तक पहुंचने में जुटी है.
पिता की मौत के बाद अनुकंपा पर मिली थी नौकरी : महुआनी गांव निवासी व पेशे से शिक्षक अखिलेश प्रसाद यादव की 24 मार्च, 2012 को मौत हो जाने के बाद उनके छोटे पुत्र अभिषेक को अनुकंपा के तहत वर्ष 2013 में नियोजित शिक्षक की नौकरी मिली थी एवं तब से वह पंचायत के ही मध्य विद्यालय, झौवा में नियोजित शिक्षक के तौर पर ड्यूटी कर रहा था.
ट्यूशन की आमदनी को लेकर पूर्व से चल रहा था विवाद : अपहृत शिक्षक के बड़े भाई की मानें, तो उसके छोटे भाई अभिषेक की गांव के ही गोगा से ट्यूशन पढ़ाने को लेकर कई बार विवाद हुआ था एवं गांव के ही तीन लोगों ने उसकी मदद की थी. उसके अनुसार, उसका छोटा भाई सरकारी नौकरी में आने के बाद फ्री में ट्यूशन पढ़ाने लगा, जो गोगा को नागवार गुजरता था एवं इसी कारण उसकी अभिषेक से दुश्मनी थी. बीते दिनों गोगा ने जान से मारने की धमकी भी दी थी.
दशहरे में भी बढ़ा था विवाद : अपहृत के बड़े भाई के अनुसार, उसके छोटे भाई को बदनाम करने के लिए गांव के ही युवकों ने कोल्ड ड्रिंक्स में भांग मिलाकर दशहरा में उसे पिला दिया था. उस समय भी इस बात को लेकर विवाद बढ़ा था.
दवा लेने जाने के क्रम में हुआ अपहरण : गांववालों की मानें, तो गुरुवार की रात लगभग 7.30 बजे अभिषेक जब अपनी पैशन प्रो बाइक से दवा लाने जा रहा था, तभी गांव के कब्रिस्तान के पास से उसका अपहरण कर लिया गया. घटनास्थल पर बाइक के पड़े रहने के कारण लोगों को शक हुआ एवं बाद में अपहरण की जानकारी मिलते ही सनसनी फैल गयी.
रात्रि में ही एसडीपीओ पहुंचे थे अपहृत के गांव : सदर एसडीपीओ राजकुमार कर्ण को जैसे ही गुरुवार की देर रात घटना की जानकारी मिली, वैसे ही वे दल-बल के साथ महुआनी गांव पहुंच कर अपहृत के परिजनों से मुलाकात कर शिक्षक की सकुशल बरामदगी का भरोसा दिलाया. वहीं, पुलिस पदाधिकारी को भी कई आवश्यक निर्देश दिये.
छठव्रत की तैयारी में जुटे थे परिजन : जिस घर में मां चंपा देवी छठव्रत की तैयारी करने में जुटी थी उसी घर के छोटे पुत्र का अपहरण होने पर व्रत के उत्साह में खलल पड़ गया. अपहृत की मां के अलावा बहन ममता, माधुरी व मधु समेत एयरफोर्स में कार्यरत बड़े भाई रविशंकर की आंखें नम थीं. मां बारंबार छठी मइया से बेटे की सकुशल वापसी की दुआ कर रही थी.
छुट्टी की जांच में जुटी पुलिस : पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिरकार अभिषेक उर्फ विक्रम ने स्कूल से दो दिनों की छुट्टी किन परिस्थितियों में ली एवं छुट्टी लेने का उद्देश्य क्या था.
घर पर ही था मोबाइल : जिस समय दवा लाने के क्रम में शिक्षक का अपहरण हुआ था, उस समय शिक्षक के पास उसका निजी मोबाइल नहीं था. मोबाइल घर पर चार्ज में लगा था.
अब पुलिस उस मोबाइल के कॉल डिटेल को खंगालेगी. इससे पता चलेगा कि शिक्षक से किन-किन लोगों ने कब-कब संपर्क किया एवं कौन-कौन-सी बातचीत हुई?