ट्रेन ने पांच को रौंदा

रामभद्रपुर में मातम में बदलीं महापर्व की खुिशयां समस्तीपुर : समस्तीपुर में छठ महापर्व का उत्साह उस समय मातम में तब्दील हो गया, जब उगते सूर्य को अर्घ देने के िलए गये पांच लोग ट्रेन की चपेट में आ गये, िजसमें तीन की मौत हो गयी, जबिक दो गंभीर रूप से जख्मी हो गये. हादसा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 8, 2016 7:32 AM
रामभद्रपुर में मातम में बदलीं महापर्व की खुिशयां
समस्तीपुर : समस्तीपुर में छठ महापर्व का उत्साह उस समय मातम में तब्दील हो गया, जब उगते सूर्य को अर्घ देने के िलए गये पांच लोग ट्रेन की चपेट में आ गये, िजसमें तीन की मौत हो गयी, जबिक दो गंभीर रूप से जख्मी हो गये. हादसा समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के रामभद्रपुर स्टेशन के गुमटी नंबर आठ के पास हुआ. हादसा जयनगर को जानेवाले स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट से हुआ. मरनेवालों में दो बच्चे व एक बुजुर्ग शािमल हैं. हादसे से गुस्साये लोगों ने ट्रैक पर शव रख कर प्रदर्शन शुरू कर िदया. इस दौरान दरभंगा से समस्तीपुर आ रही सवारी गाड़ी में तोड़फोड़ की गयी. लोगों का गुस्सा देख कर ट्रेन के ड्राइवर मौके से भाग गये. बाद में मौके पर पहुंचे डीआरएम ने मुआवजे के साथ जांच का आश्वासन िदया, तब जाकर लोग माने और दोपहर 12 बजे के बाद रूट पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ.
जानकारी के मुतािबक रामभद्रपुर मोइन में रेलवे ट्रैक के िकनारे ही तालाब है. यहां पर िपछले कई दशकों से रामभद्रपुर व रतवारा गांव छठ के व्रती अर्घ देने आते हैं. हर साल की तरह इस बार भी लोग तालाब पर अर्घ देने को इकट्ठा हुये. शाम का अर्घ तो अच्छी तरह से संपन्न हो गया.
सुबह भी अर्घ देने के िलए रामभद्र गांव के सैकड़ों लोग आये थे. सुबह के लगभग 5.15 बजे बजे थे. कुछ लोग रेलवे ट्रैक पर और कुछ लोग आसपास में खड़े होकर सूर्य के उगने का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच वहां पूरी स्पीड में स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस गुजरी. ट्रेन के गुजरते ही वहां चीख-पुकार मच गयी. लोग इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान िगरने से कई लोगों को चोट भी आयी, लेिकन ट्रेन की चपेट में पांच लोग आ गये, िजनमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गयी. हादसे के बाद भी ट्रेन रुकी नहीं और वो अपने गंतव्य की ओर चली गयी. ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही महेंद्र राय (60) , िशवम उर्फ सत्यम (04) व रवीना कुमारी (13)
शािमल ट्रेन ने पांच
हैं, जबिक घायलों में रामचंद्र राय व समशेर नद्दाफ शािमल हैं. घटना से गुस्साये लोगों ने शवों को ट्रैक पर रख िदया और ट्रेनों के परिचलान को बािधत कर िदया. कुछ ही देर में मौके पर हजारों की संख्या में लोग पहुंच गये. बताते हैं िक इसी बीच स्टेशन पर दरभंगा की ओर डीएमयू ट्रेन पहुंची, िजसमें लोगों ने तोड़फोड़ कर दी. गुस्साये लोगों को देख कर ट्रेन का चालक व गार्ड फरार हो गये. साथ ही रामभद्रपुर स्टेशन के कर्मचारी ऑिफस में तालाबंद करके भाग गये. लोगों ने स्टेशन पर लगी रेलकर्मी की बाइक को आग लगा दी.
गुस्साये लोग मौके पर डीआरएम को बुलाने की मांग कर रहे थे. साथ ही घायलों को मुआवजा और मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी की मांग कर रहे थे. सूचना िमलने पर डीआरएम सुधांशु शर्मा, सदर एसडीओ केडी प्रॉज्जवल, सदर डीएसपी मो तनवीर मौके पर पहुंचे. इससे पहले स्थानीय थाना व कल्याणपुर के बीडीओ समेत अन्य अिधकारी वहां मौजूद थे. डीआरएम ने घटना की जांच एस सप्ताह में कराकर दोषी के िखलाफ कार्रवाई का आश्वास लोगों को िदया. साथ ही कहा िक रेलवे के िनयम के मुतािबक मृतकों के परिजनों व घायलों को मुआजवा िदया जायेगा.
संपर्क क्रांति समेत कई ट्रेनें लेट
हादसे की वजह से सियालदह से जयनगर जा रही ट्रेन मुक्तापुर स्टेशन पर खड़ी रही, जबकि दरभंगा -नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस दरभंगा स्टेशन पर खड़ी रही. इसके अलावा कई सवारी व माल ट्रेनें भी इस खंड के विभिन्न स्टेशनों पर रुकी रहीं.
चेतावनी के बाद भी फुल स्पीड में थी ट्रेन
स्थानीय लोगों ने बताया िक उन्होंने छठ के अर्घ को लेकर स्थानीय स्टेशन को िलखित में सूचना दी थी, िजसमें दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर थे. स्थानीय स्टेशन की ओर से भी कंट्रोल को अगाह िकया गया था िक वहां पर ट्रेनें दस की स्पीड में गुजरें, लेिकन प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं िक ट्रेन फुल स्पीड में थी.
सात िदन में आयेगी जांच िरपोर्ट
हादसे को लेकर डीआरएम सुधांशु शर्मा ने जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने कहा कि जांच टीम को एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. इसमें दोषी पाये गये कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. वहीं, घटना में मरे लोगों को रेलवे नियम के तहत मुआवजा देने की बात कही है.
12 घंटे लेट चल रही थी ट्रेन
स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस का रामभद्रपुर स्टेशन से गुजने का समय शाम के 5.30 बजे के आसपास है, लेिकन ट्रेन लगभग 12 घंटे की देरी से चल रही थी. हाल के कुछ महीनों में ट्रेन लगातार लेट चल रही है. मौके पर लोग इस बात की चर्चा कर रहे थे. इनका कहना था िक अगर ट्रेन समय से होती, तो ये हादसा नहीं होता.

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