समस्तीपुरः आम्रपाली एक्सप्रेस से शंटिंग इंजन के टकराने और इसके बाद रेल पुल गिरने के मामले की जांच चार अधिकारी करेंगे. इसकी घोषणा मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) अरुण मलिक ने की. मंगलवार को डीआरएम ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में विभिन्न शाखा अधिकारियों के साथ कई घंटे तक मंथन मिया.
इस दौरान जांच के लिए कई बिंदुओं पर भी चर्चा की गयी. डीआरएम ने बिंदुवार जांच रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश जांच अधिकारियों को दिया है.डीआरएम ने बताया, आम्रपाली व शंटिंग इंजन संख्या 18815 के बीच हुई टक्कर की जांच के लिए जीएम स्तर से चार वरिष्ठअधिकारियों की टीम बनायी गयी है. इसमें सीएसओ, सीआरएसइ, सीटीपीएम व सीपीडीइ को शामिल किया गया है. डीआरएम ने कहा, उक्त अधिकारी छह व सात फरवरी को मंडल रेल प्रबंधक के सभा कक्ष में जांच की कार्यवाही की जायेगी. इसमें इस घटना से जुड़े सभी कर्मचारियों व पर्यवेक्षकों को बुलाया गया है.
इधर, प्रथमदृष्टया घटना का कारण शंटिग से आम्रपाली बोगी में टक्कर होना और बोगी का पुल के गाटर से टकराना है. बोगी के पुल से टकराने के कारण पुराना पुल ध्वस्त हुआ है. इस घटनाक्रम में अधिकारी फिलहाल शंटिग चालक की लापरवाही को मान रहे हैं. घटना के अन्य कारणों का खुलासा तो जांच टीम की जांच पूरी होने के बाद ही हो पायेगी, लेकिन इस घटना ने रेलवे के सुरक्षा नियमों के प्रति लापरवाही को उजागर कर दिया है. सुरक्षा का लेकर बार सेमिनार व गोष्ठी आयोजित की जाती है. इसके बाद भी कर्मी सुरक्षा के प्रति लापरवाह है. इसके कारण समस्तीपुर रेल मंडल मुख्यालय फिर हादसे का गवाह बना.
चालक व शंटिंग स्टाफ हुए निलंबित
समस्तीपुरः आम्रपाली एक्सप्रेस हादसा मामले में रेलवे प्रशासन ने दो कर्मियों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की है. जीएम के स्तर पर मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है. वहीं, रेल पुलिस थाना में यात्री के बयान पर अज्ञात रेल कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी की गयी है. डीआरएम अरुण मलिक ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला मानवीय भूल है. कर्मियों की लापरवाही के कारण घटना होना प्रतीत हो रहा है. इसमें लापरवाही को देखते हुए शंटिग इंजन के चालक व ट्रैफिक पोटर के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गयी है. उन्होंने बताया, ट्रैक पर से मलवा हटा लिया गया है. साथ ही ट्रेनों का परिचालन सामान्य कर दिया गया है.
उन्होंने बताया, महाप्रबंधक ने चार सदस्यीय अधिकारियों का जांच टीम गठित की गयी है. जांच रिपोर्ट के बाद ही मामले की सच्चई सामने आयेगा. इसके लिए छह व सात फरवरी को जांच का समय निर्धारित किया गया है. इधर, किशनगंज के ङिलमिली निवासी यात्री बख्तियार आलम के बयान पर जीआरपी थाना में परिचालन, शंटिग, सुरक्षा सहित अन्य विभागों के कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
इसमें कर्मियों की लापरवाही का घटना का कारण बताया गया है. इस मामले में जीआरपी थानाध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह ने बताया, अज्ञात रेल कर्मियों के विरुद्ध जख्मी यात्री के परिजन के बयान पर प्राथमिकी की गयी है. इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को भी दी गयी है. सोमवार की शाम स्थानीय जंकशन के पूरब स्थित आउटर सिगनल के पास आम्रपाली एक्सप्रेस के चलती ट्रेन में शंटिग इंजन ने टक्कर मार दी. इसके कारण आम्रपाली एक्सप्रेस व शंटिग इंजन बेपटरी हो गयी. साथ ही आम्रपाली एक्सप्रेस की बोगी फुट ओवरब्रिज के गाटर से टकरा गया. इसके कारण वर्षो से जजर्र पैदल पुल धाराशायी हो गया. महज संयोग था, पुल पर आवाजाही बंद था. नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.