42% जवानों के बल पर हो रही निगरानी

समस्तीपुर : रेल पुलिस फिलहाल अपनी क्षमता के 42 फीसदी जवानों के बल पर ही रेलवे के सुरक्षा की निगरानी कर रही है. रेल पुलिस में तैनात जवान पीटीसी, एसएलसी व बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. जिनके वापस लौटने पर रेल पुलिस की क्षमता में वृद्धि होगी. फिर भी रेल पुलिस यात्रियों की सुरक्षा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2019 12:43 AM

समस्तीपुर : रेल पुलिस फिलहाल अपनी क्षमता के 42 फीसदी जवानों के बल पर ही रेलवे के सुरक्षा की निगरानी कर रही है. रेल पुलिस में तैनात जवान पीटीसी, एसएलसी व बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. जिनके वापस लौटने पर रेल पुलिस की क्षमता में वृद्धि होगी. फिर भी रेल पुलिस यात्रियों की सुरक्षा देने के लिये बेहतर प्रयास कर रही है. उक्त बातें रेल डीआइजी उमाशंकर प्रसाद ने समस्तीपुर जंक्शन के वेटिंग रूम में प्रेस से बात करते हुए कही.

उन्होंने कहा कि रेल पुलिस को आधुनिक बनाने की दिशा में कई प्रयास किये जा रहे हैं. अभी डॉग स्कावयड के लिये आरपीएफ की मदद ली जाती है. दानापुर में जीआरपी खुद का डॉग स्कावयड भी बना रही है. जिसमें स्नीफर डॉग्स रखें जायेंगे. इसके अलावा साइबर क्राइम जैसे अपराधों पर निगरानी के लिये भी तंत्र को विकसित किया जा रहा है. जिससे यात्रियों की सुरक्षा को और भी बेहतर बनाया जा सके. जी 3 के आधार पर विभिन्न रेल थानों में अपना भवन व बैरक तैयार किया जा रहा है. पर्व को देखते हुये नशाखुरानी, मोबाइल छीन झपट आदि पर कड़ी निगरानी करने का आदेश भी रेल पुलिस को दिया गया है.

इससे पहले समस्तीपुर जीआरपी रेल थाना में डीआइजी का बुके देकर स्वागत किया गया. पुलिसकर्मियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इसके बाद डीआइजी ने निर्माणाधीन बैरक का निरीक्षण किया. समस्तीपुर जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 1 पर खड़ी सहरसा मेमू सवारी गाड़ी को भी देखा. समस्तीपुर जंक्शन के निरीक्षण के बाद रेल डीआइजी डीएसपी कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने विभिन्न संचिकाओं की जांच की. इस अवसर पर रेल एसपी अशोक कुमार सिंह, रेल डीएसपी स्मिता सुमन, जीआरपी थानाध्यक्ष रणजीत कुमार, जीआरपी थानाध्यक्ष जयनगर के विनोद कुमार राम, भवेश कुमार दिनकर, जयश्री प्रसाद, अजय कुमार, अमरेश कुमार आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version