समस्तीपुरः मैट्रिक के परीक्षार्थियों को अच्छे से अंक मिले, इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने नयी व्यवस्था की है़ इसके तहत परीक्षकों को कॉपी जांच ने के दौरान यह ख्याल रखना होगा कि परीक्षार्थी को उचित अंक दिये जाय़े समिति की ओर से जारी हैंडबुक में परीक्षकों को मार्किग स्कीम उपलब्ध करायी गयी है़.
इसमें कॉपी जांच की विधियों से अवगत कराया गया है़ समिति ने स्पष्ट किया है कि मूल्यांकन के दौरान स्टेप वाइज मार्किग पर जोर देने का निर्णय लिया गया है़ प्रधान परीक्षक अपने केंद्र पर अन्य परीक्षकों को इस बारे में बतायेंग़े परीक्षकों को निर्देश है कि परीक्षार्थी ने किसी सवाल का जवाब देने का प्रयास किया है और जवाब का एक हिस्सा भी अगर सही है तो उसे अंक मिलना चाहिय़े.
डीइओ जयचंद्र प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा कि एक दिन में एक परीक्षक अधिकतम 30 कॉपियां जांचेंग़े इससे मूल्यांकन में गुणवत्ता आयेगी और विद्यार्थियों को अच्छे अंक भी मिलेंग़े परीक्षकों को फोन व कैमरा लेकर जाने पर पाबंदी रहेगी़ दूसरी ओर प्रधान परीक्षक को कॉपी की रैंडम जांच करने का निर्देश दिया है. परीक्षकों के चाय पानी या नाश्ते के लिए मूल्यांकन केंद्र के बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी़ .
केंद्र में ही इसकी व्यवस्था करने की योजना बनायी गयी है़ टॉप टेन छात्रों की कॉपियों का मूल्यांकन विषय विशेषज्ञ करेंग़े इससे पता चल सकेगा कि मूल्यांकन केंद्रों पर किस तरह कॉपियों की जांच हुई है़ टॉप टेन कॉपियां अलग से सील कर भेजी जायेगी़.