मधेपुरा सांसद दिनेश चंद्र यादव के छोटे भाई पूर्व प्रमुख व जदयू प्रखंड अध्यक्ष रमेशचंद्र यादव के बड़े बेटे ने बंद कमरे में अंदर से कुंडी लगाकर गोली मारकर आत्महत्या कर ली. यह पूरी घटना 10 से 10:30 के बीच की है. जब रंजन की मां माला देवी छत से नीचे दूध लेने उतरीं, तभी घर में काम कर रहे सुरेश यादव ने गोली की आवाज सुनी.
लाइसेंसी बंदूक से गोली मार कर आत्महत्या
गोली की आवाज सुनने के बाद रंजन यादव के कमरे के पास रंजन की मां एवं सुरेश जैसे ही पहुंचे, तो देखा कि दरवाजा बंद था. इसके बाद पड़ोसी अशनील यादव को बुलाया. अशनील ने काफी जद्दोजहद के बाद दरवाजे की कुंडी को खोला, तो देखा कि रंजन क्षत-विक्षत हालत में है. उसने अपने ही लाइसेंसी बंदूक से गोली मार कर आत्महत्या कर ली. यह दृश्य देख उनकी मां बेहोश होकर गिर गयी.
कुछ वर्ष पहले हुई थी शादी
रंजन तीन भाइयों में सबसे बड़े थे. उनकी शादी कुछ वर्ष पहले खगड़िया जिले के पीरराही में हुई थी. रंजन का छह वर्ष का एक पुत्र माही है. रंजन को राजनीति से लगाव नहीं था. उनकी पत्नी आकांक्षा सुप्रिया वर्तमान में प्रमुख भी हैं. जब यह घटना हुई तब घर में कोई भी मौजूद नहीं था. रंजन के सगे भाई गुजंन और चंदन भी मौजूद नहीं थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि वह सुबह में टहल कर आया. हम लोगों से बात भी की. उसके बाद घर जाकर कुछ फल खाया. मां ने नाश्ता को कहा, तो रंजन यादव ने कहा कि मैं कुछ देर बाद करूंगा. थोड़ी ही देर के बाद पता चला कि उसने खुद को गोली मार ली.
राइफल साफ करने के दौरान गोली चली-ओपी अध्यक्ष
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जुट गयी. मृतक के पिता, मां व पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. उनकी पत्नी सिर्फ एक ही रट लगा रही थी कि आब हमर बाल बच्चा क के देखते. हमर रंजन को ला दीजिए पापा. घटना की जानकारी मिलते ही सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी मृदुला कुमारी, बनमा इटहरी ओपी अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. छानबीन शुरू कर दी है. शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल भेज दिया गया है. इधर, बनमा इटहरी ओपी अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि राइफल साफ करने के दौरान गोली चल गयी, जिससे उसकी मौत हो गयी है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya