बढ़ता ही जा रहा डायरिया का प्रकोप अनियमित खानपान से बढ़ रहा मर्ज
सहरसा : सिटीमौसम के अचानक करवट लेने के बाद व सूरज की तपिश ने मौसम में गरमाहट लाने के साथ-साथ लोगों को बीमार बनाना भी शुरू कर दिया है.
खासकर डायरिया से बीमार होकर लोग अस्पताल व निजी क्लिनीक में भीड़ बढ़ाने लगे हैं. रविवार को भी सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में लगभग दर्जनों मरीज भरती रहे.
सदर अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक डॉ नीरज कुमार नीरव ने बताया कि रोजाना दस से पंद्रह नये मरीज भरती हो रहे हैं. रविवार को आठ बजे सुबह के बाद बारह मरीज में सात मरीज डायरिया के भरती हुए.
मरीज के वृद्वि का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आपातकालीन कक्ष में लगे बेड के अलावे इमरजेंसी बरामदा के सामने प्रबंधक वेश्म के आगे डीबी रोड की चांदनी कुमारी, झपड़ा टोला निवासी कमला कुमारी, हकपाड़ा निवासी बीबी शरमीला, बेलवाड़ा निवासी गोलू कुमार, नरियार निवासी महादेवी देवी का इलाज किया जा रहा था.
खानपान का रखें ध्यानगरमी के मौसम में अनियमित खानपान भी डायरिया होने की बड़ी वजह है. मालूम हो कि सब्जी सहित अत्यधिक मछली के सेवन से भी मानव शरीर में डायरिया का संक्रमण होता है. मछली का प्रयोग करने से पूर्व लोगों को खास ऐहतियात बरतने की जरूरत है.
विशेषज्ञ बताते हैं कि मछली के अगले हिस्से में संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ता है. कैसे करेें बचाव इन दिनों जिले में महामारी का रूप ले चुकी डायरिया से बचाव के लिये सदर अस्पताल में दवा की भी कमी है.
मरीजों के परिजन को बाहर से स्लाईन व दवाई खरीद कर लाना पड़ता है. डॉ नीरव बताते हैं कि लोगों को गरम पानी के साथ अत्यधिक ओआरएस का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा बासी व खुले में रखे खाद्य पदार्थों के अलावा कटे हुए फल सहित मसालेदार भोजन से परहेज करना चाहिए. फोटो- डायरिया 2 – अस्पताल परिसर में फर्श पर इलाज करवा रहे मरीज