सहरसा मुख्यालय: जिला परिषद माध्यमिक शिक्षक नियोजन इकाई ने पहली काउंसेलिंग के 77 दिनों बाद भी रिक्त स्थानों पर प्रतीक्षा सूची से अन्य अभ्यर्थियों का नियोजन नहीं किया है. जबकि सूचना के अधिकार अधिनियम के माध्यम से पूछने पर जिला परिषद ने ही बताया था कि पहली काउंसेलिंग में शामिल हुए अन्य अभ्यर्थियों के लिए 30 दिनों तक इंतजार करना होता है.
क्योंकि इतने दिनों तक उनकी दावेदारी मान्य है. बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने भी सभी नियोजन इकाइयों को 22 जुलाई तक सभी रिक्त स्थानों पर नियोजन करने का निर्देश दिया था. लेकिन उस अवधि के बीत जाने के बाद भी जिला परिषद नियोजन इकाई सुस्त बना हुआ है. इधर काउंसेलिंग में शामिल हुए तीन अभ्यर्थी नियोजन की प्रत्याशा में हैं.
संस्कृत के चार शिक्षकों का होना है नियोजन : माध्यमिक शिक्षक नियोजन 2014 में संस्कृत विषय के चार रिक्त पदों के विरुद्ध अभ्यर्थियों के मूल आवेदन पत्रों की जांच के बाद जिला परिषद इकाई ने कुल 29 अभ्यर्थियों की अंतिम मेधा सूची जारी की. जबकि एक की उम्मीदवारी निरस्त कर दी. सात मई को हुई काउंसेलिंग में क्रमवार रूप से श्याम सुंदर प्रसाद, प्रवीण कुमार, राकेश कुमार, गंगा प्रसाद गंगेश, कुमारी शिप्रा, गुंजन कुमारी व हेमनारायण झा शामिल हुए. जिनमें से प्रवीण कुमार एवं गंगा प्रसाद गंगेश का नियोजन हुआ. जबकि श्याम सुंदर प्रसाद एवं राकेश कुमार के द्वारा एसटीइटी जमा नहीं कराये जाने के कारण दो पदों को रिक्त छोड़ दिया गया. कार्यालयीय सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार श्याम सुंदर प्रसाद नगर परिषद नियोजन इकाई के माध्यम से जिला स्कूल में नियोजित हो गये हैं.