बिहार के सासाराम में चोरी हो गया 60 फुट लंबा लोहे का पुल, थाना पहुंचे विभाग के लोग, मामला दर्ज

लगभग 60 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा यह पुल जब पूरी तरह गायब हो गया, तब जाकर ग्रामीणों और विभाग के स्थानीय कर्मियों को यह समझ में आया कि वे विभाग के लोग नहीं बल्कि चोर थे. आनन-फानन में विभागीय अधिकारी थाने पहुंचे और पुल चोरी होने का केस दर्ज कराया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 9, 2022 12:08 PM

सासाराम. बिहार के रोहतास जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां 60 फुट लंबा एक लोहे का पुल चोरी हो गया है. बताया जाता है कि बिक्रमगंज में शातिर चोरों करीब 60 फुट लंबे एक एक लोहे के पुल को ही चुरा लिया है. शातिर चोरों ने यह काम रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिन के उजाले में किया है.

जेसीबी की मदद से टुकरों में उठाया

बताया जाता है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी बनकर पहुंचे चोरों ने जर्जर हो चुके पुल को गैस कटर से काटा और जेसीबी की मदद से टुकरों में उठाया. फिर उसे गाड़ियों पर लादा और चलते बने. जिस तरह से चोरों ने नहर पर बने इस पुल को जड़ से चुरा लिया है, उससे पता चलता है कि इलाके में सरकारी संसाधनों की सुरक्षा की कैसी व्यवस्था है.

1972 के आसपास यह पुल बनाया गया था

रोहतास जिले के नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर में आरा कैनाल नहर पर 1972 के आसपास यह पुल बनाया गया था. लोहे के इस पुल पर आवाजाही कम हो रही थी. पिछले दिनों विभागीय अधिकारी बन कर कुछ लोग जेसीबी, पिकअप वैन, गैस कटर तथा गाड़ियां लेकर पहुंचे थे. इन लोगों ने पूरे 3 दिनों तक यहां पुल को काटने का काम किया. फिर पूरा पुल ही गायब कर दिया. इस दौरान न तो स्थानीय थाने से कोई पूछने आया ना ही सिंचाई विभाग के अधिकारी ही यहां झांकने आये. चोरों ने विभाग के स्थानीय कर्मियों की भी मदद ली और उनकी मौजूदगी में ही पूरा का पूरा पुल चुरा लिया.

पुल का ग्रामीण अब उपयोग नहीं कर रहे थे

स्थानीय लोगों का कहना है कि जर्जर हो चुके इस लोहे के पुल का ग्रामीण अब उपयोग नहीं कर रहे थे. विभाग ने पुल के बगल में कंक्रीट का एक समानांतर पुल बना दिया है. वैसे भी पुल के लोहे की धीरे-धीरे चोरी हो रही थी, लेकिन पिछले तीन दिनों से धीरे-धीरे काटकर इस पूरे पुल की चोरी कर ली गयी. लगभग 60 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा यह पुल जब पूरी तरह गायब हो गया, तब जाकर ग्रामीणों और विभाग के स्थानीय कर्मियों को यह समझ में आया कि वे विभाग के लोग नहीं बल्कि चोर थे. आनन-फानन में विभागीय अधिकारी थाने पहुंचे और पुल चोरी होने का केस दर्ज कराया है.

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