बिजली कार्यालय पर किया प्रदर्शन

डेहरी सदर : एक ओर सरकार किसानों को पटवन के लिए कम दर पर बिजली बिल का हवाला देकर बोरिंग का विद्युत कनेक्शन देने को लेकर प्रोत्साहित कर रही है, ताकि किसान महंगे दामों पर डीजल से पटवन न करें. बोरिंग का विद्युत कनेक्शन लेकर कम दर पर बिल का भुगतान कर बोरिंग से पटवन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 19, 2019 8:18 AM

डेहरी सदर : एक ओर सरकार किसानों को पटवन के लिए कम दर पर बिजली बिल का हवाला देकर बोरिंग का विद्युत कनेक्शन देने को लेकर प्रोत्साहित कर रही है, ताकि किसान महंगे दामों पर डीजल से पटवन न करें. बोरिंग का विद्युत कनेक्शन लेकर कम दर पर बिल का भुगतान कर बोरिंग से पटवन करें. इसके लिए विभाग द्वारा प्रखंड मुख्यालय पर बोरिंग का विद्युत कनेक्शन को लेकर किसानों के लिए शिविर लगाया गया था.

विभाग द्वारा किसानों को लिए अलग ट्रांसफाॅर्मर व बिजली आपूर्ति को लेकर तार व पोल लगाने को लेकर खाका तैयार कर रहा है. लेकिन स्थानीय विद्युत अधिकारियों के मनमाने रवैया के कारण धरहरा गांव के ग्रामीण परेशान हैं. गांव में लगे ट्रांसफाॅर्मर की क्षमता को नहीं बढ़ाया और नहीं बोरिंग तक पहले से बांस व जर्जर तार को बदला गया. किसानों ने अनेकों बार आवेदन दिये.
लेकिन अधिकारियों द्वारा इन आवेदन पर अब तक कार्रवाई नहीं किये जाने से गुरुवार को किसानों का गुस्सा फूटा. गुस्साये किसान मथुरी पुल स्थित विद्युत डिवीजन कार्यालय पहुंच कर ट्रांसफाॅर्मर का क्षमता नहीं बढ़ाने व जर्जर तार व पोल नहीं बदलने पर हाथ में विद्युत मीटर लेकर विद्युत अधिकारियों के विरोध में प्रदर्शन किया. कार्यपालक विद्युत अभियंता से इन किसानों का मुलाकात नहीं होने पर किसान उनके कक्ष के सामने डटे रहे. किसानों का कहना है कि धराहरा गांव में पहले से ट्रांसफाॅर्मर जो लगा है. उस पर घरों का लोड है .बोरिंग का कनेक्शन उसी से दिया गया है.
अधिक लोड होने के कारण लो वोल्टेज रहने के चलते बोरिंग चल नहीं पा रही है. इसके कारण दर्जनों किसानों के खेतों में लगी धान की फसल पटवन के बिना मर रही है. जबकि 25 मई व 17 जून को भी आवेदन कार्यपालक विद्युत अभियंता को किसानों ने दिया था. इससे पहले भी कई बार आवेदन दे चुके हैं. लेकिन अधिकारियों पर कुछ नहीं असर पड़ा रहा है.
अधिकारियों से पूछे जाने पर केवल आश्वासन दिया जाता है कि हो जायेगा. हमलोग अधिकारियों के कहने पर विद्युत कनेक्शन भी ले लिये है. लेकिन न ही ट्रांसफाॅर्मर की क्षमता बढ़ी और न ही बांस की जगह सीमेंट का पोल लगाया गया. जर्जर तार से बोरिंग किसी तरह चला रहे हैं. इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
किसानों ने कहा-सड़क पर उतरेंगे
विद्युत डिवीजन कार्यालय पर धरहरा गांव के किसान ट्रांसफाॅर्मर की क्षमता बढ़ाने व अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाने व जर्जर तार व पोल को नहीं बदलने पर सड़क पर उतरेंगे. किसान रघुवंश सिंह, सुनील कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, शंभु नारायण सिंह, विद्यानंद सिंह, राम सुरेश सिंह, सुरेंद्र शर्मा, छोटे लाल महतो, मदन महतो, सुनील यादव, अरविंद कुमार सिंह, चितरंजन सिंह आदि ने कहा कि विधुत अधिकारियों द्वारा किसानों की समस्या को हल नहीं निकाला जाता है, तो किसान सड़क पर उतरेंगे. इसके लिए विद्युत विभाग के अधिकारी जिम्मेदार होंगे.

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