शहर के वार्ड नंबर 10 व 11 में चलेगा अभियान

एसडीओ के नेतृत्व में अधिकारियों ने किया नदी का निरीक्षण सासाराम नगर : शहर में फजलगंज स्थित चेत पांडेय नदी की भूमि से प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया है. रविवार को अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में अधिकारी चेत पांडेय की नदी का निरीक्षण करने पहुंचे थे. गौरतलब है कि चेत पांडेय ऐतिहासिक नदी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2018 6:27 AM

एसडीओ के नेतृत्व में अधिकारियों ने किया नदी का निरीक्षण

सासाराम नगर : शहर में फजलगंज स्थित चेत पांडेय नदी की भूमि से प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया है. रविवार को अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में अधिकारी चेत पांडेय की नदी का निरीक्षण करने पहुंचे थे. गौरतलब है कि चेत पांडेय ऐतिहासिक नदी है. पहले यह नदी कैमूर पहाड़ी से निकलकर करगहर, कोचस होते हुए बक्सर के पास गंगा नदी में मिलती थी. अब स्थिति यह है कि नदी के अस्तित्व पर ही खतरा मंडरा रहा है. शहर के वार्ड 10 व 11 में स्थानीय लोग नदी की भूमि का अतिक्रमण कर लिए है. शेरशाह रौजा तालाब के इनलेट नहर को मिट्टी से भर दिया गया. अब वार्ड 10 व 11 में जल निकासी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. अगर बरसात से पहले नदी की सफाई व नदी की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो दोनों वार्ड जलमग्न हो जायेंगे. दोनों वार्ड से जलनिकासी का यही एक मात्र रास्ता बचा है.
बादशाही पुल से लेकर इलनेट नहर तक अतिक्रमण : बादशाही पूल से इनलेट नहर तक दोनों ओर जितने मकान बने है उसमें अधिकतर मकान नदी की जमीन पर बनाया गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी की चौड़ाई 90 फुट से लेकर 210 फुट तक थी. आज स्थिति है कि कही 10 फुट तो कहीं 40 फुट ही नदी की जमीन बची है.
नदी ही बची है पानी निकासी का साधन
पहले इनलेट नहर में वार्ड 10 व 11 के नाली का पानी गिरता था तब कोई समस्या नही थी. अब इनलेट नहर को मिट्टी से भर दिया गया. उस पर पक्का नाला का निर्माण होना है. इस स्थिति में दोनों वार्ड से जल निकासी का एक मात्र रास्ता चेत पांडेय का नदी ही बचता है.
रवींद्र कुमार गुप्ता, वार्ड पार्षद 11

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