जीवन में धर्म का स्थान महत्वपूर्ण : जियर स्वामी

टंडवा में श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का चल रहा आयोजन अकोढ़ीगोला : मनुष्य के जीवन में धर्म का महत्वपूर्ण स्थान है. धर्म विहीन मनुष्य पशु के समान होता है. यह बात बुधवार की शाम टंडवा में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन बुधवार की शाम श्रीलक्ष्मीप्रापन्न जीयर स्वामी ने कहीं. उन्होंने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 22, 2018 12:10 AM

टंडवा में श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का चल रहा आयोजन

अकोढ़ीगोला : मनुष्य के जीवन में धर्म का महत्वपूर्ण स्थान है. धर्म विहीन मनुष्य पशु के समान होता है. यह बात बुधवार की शाम टंडवा में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन बुधवार की शाम श्रीलक्ष्मीप्रापन्न जीयर स्वामी ने कहीं. उन्होंने कहा कि धर्म मनुष्य का नैसर्गिक गुण है. धर्म हमारे जीवन का वह आचरण है, आर्टिकल है, सिलेबस है, जिसको जानने के बाद लटकाव, भटकाव, अटकाव आदि सभी विकृतियों का समाधान अपने आप हो जाता है.
भागवत के प्रभाव से लोक ही नहीं, परलोक भी सुधर : सासाराम सदर. ‘भागवत कोई ग्रंथ नहीं, यह वो शास्त्र है जो जीवन को सुधार देता है. इसके प्रभाव से लोक ही नहीं परलोक का जीवन भी सुधर जाता है.’ यह बात श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज ने नासरीगंज प्रखंड के टाडवा गांव में आयोजित श्रीमद्भगवत ज्ञान महायज्ञ व प्रवचन में कही. उन्होंने कहा कि यह भागवत महापुराण सबके लिए लाभकारी व जीवन की हर उलझन को सुलझाता है. इसलिए जब भी मौका मिले नेक कार्य में जुट जाना चाहिए. भक्ति मार्ग पर चलनेवाला व्यक्ति कभी विचलित नहीं होता.

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