बिहार : 10 हजार रुपये रिश्वत लेते निगरानी के हत्थे चढ़े रोहतास के घूसखोर डिप्टी कलेक्टर
रोहतास : बिहार में रोहतास के वरीय उपसमाहर्ता (सीनियर डिप्टी कलक्टर) गयन कुमार राम को निगरानी की टीम ने गुरुवार को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. वे सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर स्थित अपने कार्यालय कक्ष में ही एक महिला से जमीन पर लगे धारा 144 को 145 में बदलने के […]
रोहतास : बिहार में रोहतास के वरीय उपसमाहर्ता (सीनियर डिप्टी कलक्टर) गयन कुमार राम को निगरानी की टीम ने गुरुवार को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. वे सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर स्थित अपने कार्यालय कक्ष में ही एक महिला से जमीन पर लगे धारा 144 को 145 में बदलने के लिए रिश्वत ले रहे थे. निगरानी डीएसपी बीके वर्मा ने बताया कि जिले के करगहर थाना क्षेत्र के गर्भे गांव के उपेंद्र कुमार सिंह की जमीन का मामला वरीय उपसमाहर्ता के कोर्ट में चल रहा था. जमीन पर पहले से धारा 144 लगा हुआ था. इस धारा में बदलाव कर धारा 145 लगाने के लिए वरीय उपसमाहर्ता ने 19 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी.
इसकी शिकायत उपेंद्र कुमार सिंह की पत्नी शकुंतला देवी ने निगरानी से की थी. निगरानी ने वरीय उपसमाहर्ता को रंगे हाथों पकड़ने के जाल बिछाया और शकुंतला देवी के हाथों रुपये लेते वरीय उपसमाहर्ता को पकड़ लिया. डीएसपी ने कहा कि निगरानी टीम में इंस्पेक्टर सुधीर कुमार, अरुण पासवान, दारोगा राधा प्रसाद, हवलदार कृष्ण कुमार सिंह आदि शामिल थे. उन्होंने कहा कि बिहार में निगरानी विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है.
जानकारों की मानें, तो निगरानी के पास वरीय उपसमाहर्ता की घूसखोरी की कई शिकायतें थीं. वर्तमान में वरीय उपसमाहर्ता द्वारा पीड़िता को पैसों के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था. परिवादी उपेंद्र कुमार सिंह की पत्नी पत्नी शकुंतला देवी ने बताया कि लगभग चार साल से वरीय उपसमाहर्ता को पैसा दे रही हूं.अब तक उन्होंने 40 हजार रुपये की गाय, आठ हजार रुपये के बकरा के साथ कई बार नकद रुपये भी दी है. इसके बावजूद वे काम नहीं कर रहे थे. इसके बाद निगरानी में शिकायत की. इधर, प्रथम चरण की जांच पूरा कर निगरानी की टीम वरीय उपसमाहर्ता को गिरफ्तार कर पटना ले गयी है.