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जिस विवाह में हो दहेज का लेन-देन उस बरात का करें बहिष्कार : सीएम
अगले साल तक कोई गांव बिजली से नहीं रहेगा अछूता पूर्णिया : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में दहेज प्रथा के खिलाफ कानून बना हुआ है, लेकिन कुछ लोग इसे मानने के लिए तैयार नहीं है. चिंता की बात यह है कि पहले यह रोग केवल संपन्न लोगों में ही था, लेकिन अब […]
अगले साल तक कोई गांव बिजली से नहीं रहेगा अछूता
पूर्णिया : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में दहेज प्रथा के खिलाफ कानून बना हुआ है, लेकिन कुछ लोग इसे मानने के लिए तैयार नहीं है. चिंता की बात यह है कि पहले यह रोग केवल संपन्न लोगों में ही था, लेकिन अब यह बीमारी गरीबों और पिछड़ों में भी फैली हुई है.
शराबबंदी लागू करने के बाद अब दहेज के खिलाफ अभियान चलाने के लिए सरकार कटिबद्ध है. जिस शादी में दहेज का लेन-देन हो, उस बरात का बहिष्कार करें, तब ऐसी कुरीति पर रोक लग पायेगी. मुख्यमंत्री बुधवार को बीकोठी प्रखंड के सुखासन कोठी में बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष रहे स्व वजिंद्र नारायण सिंह की याद में बने आरओ प्लांट के उद्घाटन और सोलर स्ट्रीट लाइट के लोकार्पण के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे.
10 वर्षों में दिखेगा शराबबंदी का असर
मुख्यमंत्री ने कहा कि दहेज प्रथा के बाद बाल विवाह के खिलाफ भी अभियान चलेगा. हाल के वर्षों में बाल विवाह में कमी आयी है, लेकिन अब भी यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है. उन्होंने शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि शराबबंदी का असर अगले 10 वर्ष में दिखायी देगा.
बिहार में राजनीतिक बातें ज्यादा होती हैं, लेकिन सामाजिक बदलाव पर कोई बात नहीं करना चाहता है. शराबबंदी पूरी तरह से सफल रही है. इक्का-दुक्का लोग गड़बड़ी जरूर कर रहे हैं. कुछ ऐसे होते हैं, जिनकी मानसिकता ही गड़बड़ी करने की होती है. ऐसे भी लोगों पर नजर है और शीघ्र ही कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने दावा किया कि शराबबंदी के बाद माहौल बेहतर हुआ है. लोगों का रहन-सहन और खानपान का स्तर भी सुधरा है. मिठाई व दूध की खपत अौर रेडिमेड कपड़ों की बिक्री बढ़ी है.
पर्यटन में 68 % बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिये हुए कहा कि कुछ लोग कहते थे कि शराबबंदी के बाद पर्यटन प्रभावित हुआ है, जबकि सच्चाई यह है कि इसमें 68% बढ़ोतरी हुई है. खास बात यह है कि विदेशी पर्यटकों की संख्या में 9% बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने पूछा कि क्या शराब पीने के लिए ही पर्यटक बिहार आते थे? कहा कि शराब पीने के लिए बिहार आने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि 10 हजार करोड़ की बचत शराबबंदी के बाद लोगों की हो रही है, जबकि राजस्व पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. शराबबंदी के खिलाफ यह जनचेतना का ही परिणाम था कि 21 जनवरी को चार करोड़ से अधिक लोग मानव शृंखला में शामिल हुए.
उन्होंने कहा कि मेरा काम कहना है, सुनना और मानना आपका काम है, लेकिन हम अच्छी बातें कहते रहेंगे. उन्होंने स्व वजिंद्र नारायण सिंह के परिवार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्य अनुकरणीय हैं और हर क्षमतावान व्यक्ति को इसका अनुसरण करना चाहिए. समारोह को विधायक लेसी सिंह, एमएलसी नीरज कुमार, पत्रकार प्रकाश कुमार ने भी संबोधित किया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगले वर्ष तक राज्य में कोई भी गांव बिजली से वंचित नहीं रहेगा. साथ ही उन्होंने बिजली की अनावश्यक खपत से बचने की नसीहत दी. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सौर ऊर्जा इसलिए महत्वपूर्ण है कि यह अक्षय ऊर्जा है, जबकि अन्य ऊर्जा की मियाद तय है और उसे एक न एक दिन समाप्त होना है. बिहार के लोग प्रकृति पूजा में विश्वास रखते हैं. ऐसे में उन्हें अक्षय ऊर्जा से जुड़ना चाहिए.
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