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शराब के अवैध कारोबारी इंदर की संपत्ति जब्त

पूर्णिया : राज्य में लागू शराबबंदी कानून के तहत पूर्णिया सिटी निवासी अवैध शराब कारोबारी इंदर परेरा की संपत्ति को जिला प्रशासन ने अधिग्रहण कर सील कर दिया है. अधिग्रहण की कार्रवाई सोमवार को सदर एसडीएम रवींद्र नाथ सिंह के नेतृत्व में की गयी. कार्रवाई के दौरान सदर एसडीपीओ राजकुमार साह, सदर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार, […]

पूर्णिया : राज्य में लागू शराबबंदी कानून के तहत पूर्णिया सिटी निवासी अवैध शराब कारोबारी इंदर परेरा की संपत्ति को जिला प्रशासन ने अधिग्रहण कर सील कर दिया है. अधिग्रहण की कार्रवाई सोमवार को सदर एसडीएम रवींद्र नाथ सिंह के नेतृत्व में की गयी. कार्रवाई के दौरान सदर एसडीपीओ राजकुमार साह, सदर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार, अंचलाधिकारी मो फहीमुद्दीन अंसारी व अमीन के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात थे. संपत्ति अधिग्रहण की प्रक्रिया के दौरान इंदर परेरा के आलीशान घर के सामने लोगों की भीड़ लगी रही.

पति-पत्नी के नामित सपंत्ति पर होता रहा मंथन : संपत्ति अधिग्रहण मामले को लेकर आरोपित इंदर परेरा की नामित संपत्ति व पत्नी किरण देवी के नामित संपत्ति पर गहन मंथन चलता रहा. श्री परेरा का कहना था कि सड़क किनारे की जो दो मंजिला मकान व भूमि अधिग्रहित की जा रही है, वह उनकी नहीं बल्कि पत्नी किरण के नाम से है.
जहां से शराब की बरामदगी हुई थी, वह उनके नाम से अलग भूखंड है. कहा गया कि पत्नी के नाम से मकान का भूखंड खाता संख्या 431 है, जबकि उनका 475 है. दोनों का दाखिल खारिज अलग-अलग है. पत्नी के नाम से निर्मित मकान का नगर निगम से रसीद भी निर्गत होता रहा है. श्री परेरा के तर्क के बाद सड़क किनारे निर्मित आलीशान मकान को छोड़ कर पीछे की जमीन का अधिग्रहण किया गया.
बरामद शराब नहीं होमियोपैथिक दवाई थी : सदर पुलिस द्वारा सिटी स्थित इंदर परेरा के मकान के पीछे एक घर से 2250 बोतल शराब गत वर्ष एक अप्रैल को बरामद किया गया था. शराबबंदी के नये कानून के तहत जिला प्रशासन द्वारा आरोपित की संपत्ति अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ की गयी. इसी के तहत सोमवार को कार्रवाई के दौरान अपनी सफाई में श्री परेरा ने बताया कि बरामद की गयी बोतल शराब की नहीं, बल्कि होमियोपैथिक दवाई के रूप में टॉनिक की बोतलें थी. कहा कि होमियोपैथिक दवाई बेचने का उन्हें सरकारी
शराब के अवैध…
पर लाइसेंस प्राप्त है, जो 08 मई 2017 तक वैध है. इसी लाइसेंस के आधार पर सिटी के नाका चौक पर होमियोपैथिक दवाईयां बेच रहा था. पुलिसिया कार्रवाई के बाद से वे फरार थे और अंतत: उच्च न्यायालय से 05 अगस्त 2016 को जमानत मिली.
एक अप्रैल, 2016 काे घर से जब्त की गयी थी 2250 बोतल शराब

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