आयोजन. विद्यांजलि कार्यक्रम को ले कार्यशाला, 17 विद्यालयों का चयन
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अब सेवानिवृत्ति के बाद भी िशक्षक करेंगे विद्यालयों में शिक्षा का दान
आयोजन. विद्यांजलि कार्यक्रम को ले कार्यशाला, 17 विद्यालयों का चयन केंद्र सरकार ने अब िरटायर्ड िशक्षकों को िशक्षा व्यवस्था से जोड़ने का िनश्चय किया है. इसके तहत कोसी-सीमांचल के 17 स्कूलों का चयन हुआ. पूर्णिया : केंद्र सरकार की ओर से प्रायोजित विद्यांजलि कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर मंगलवार को जिला स्कूल सभागार में एक […]
केंद्र सरकार ने अब िरटायर्ड िशक्षकों को िशक्षा व्यवस्था से जोड़ने का िनश्चय किया है. इसके तहत कोसी-सीमांचल के 17 स्कूलों का चयन हुआ.
पूर्णिया : केंद्र सरकार की ओर से प्रायोजित विद्यांजलि कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर मंगलवार को जिला स्कूल सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ आरडीडीइ डा चंद्रप्रकाश झा, डीइओ मो मंसूर आलम, एसएसए डीपीओ रतीश कुमार झा व सहरसा के एसएसए डीपीओ दिनेश चंद्र देव ने किया.
मौके पर कोसी-सीमांचल के सभी सात जिलों से चयनित 17 विद्यालयों के प्रधान व एक शिक्षक उपस्थित हुए. कार्यशाला में कुल 48 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. मौके पर आरडीडीइ डा चंद्रप्रकाश झा ने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद अक्सर आदमी बेचैन रहता है. वह समाज के लिए बहुत कुछ करना चाहता है, लेकिन व्यवस्था व संसाधन के अभाव में कुछ कर नहीं पाता है. ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से ऐसे इच्छुक लोगों को शिक्षा व्यवस्था से जोड़ने का निर्णय लिया है.
सेवानिवृत्त शिक्षक हो या कर्मी या फिर कोई भी समाज का शिक्षित व्यक्ति स्वेच्छा से विद्यालय में शिक्षा दान कर सकता है.
डीइओ मो मंसूर आलम ने कहा कि ऐसे अनुभवी लोगों को शिक्षा के क्षेत्र से जोड़ने से बच्चों को भी काफी लाभ मिलेगा. वही ऐसे लोग भी समाज की दशा और दिशा सुधारने में अपना योगदान कर सकेंगे.
बताया कि विभागीय निर्देश के तहत सभी जिलों में एसएसए डीपीओ इस योजना की निगरानी करेंगे. एसएसए डीपीओ रतीश कुमार झा ने बताया ऐसे स्वयंसेवक बच्चों को पठन-पाठन के अतिरिक्त अन्य गतिविधियों से संबंधित ज्ञान देंगे. बताया कि योजना के तहत बिहार में कुल 200 विद्यालयों का चयन हुआ है. जिसमें पूर्णिया जिला में 03 तथा प्रमंडल में कुल 10 विद्यालयों का चयन किया गया है. इसके अलावा सहरसा प्रमंडल में भी 07 विद्यालयों का चयन किया गया है.
इन विद्यालयों में संबंधित प्रधान की ओर से मोबाइल एप के माध्यम से इच्छुक अभ्यर्थी का पंजीयन संबंधित क्षेत्र में किया जायेगा. मशलन अंग्रेजी, व्याकरण, खेलकूद आदि अलग-अलग क्षेत्र के लिए अलग-अलग पंजीयन होंगे. सहरसा के एसएसए डीपीओ दिनेश चंद्र देव ने भी अपने विचार रखे. मौके पर जिला स्कूल के प्राचार्य नवल किशोर साह, एसएसए के एपीओ उज्ज्वल कुमार सरकार, विनोद कुमार आदि मौजूद थे.
कार्यशाला में उपस्थित आरडीडीइ व अन्य अधिकारी.
कार्यशाला में उपस्थित विद्यालय प्रधान व शिक्षक.
कोसी-सीमांचल के ये स्कूल हैं शािमल
कार्यक्रम के तहत पूर्णिया प्रमंडल के 10 तथा सहरसा प्रमंडल के 07 विद्यालयों का चयन किया गया है. इसमें पूर्णिया में मध्य विद्यालय बनमनखी, मध्य विद्यालय हेमनगर बनमनखी तथा मध्य विद्यालय शरणार्थी टोला मीरगंज धमदाहा का चयन हुआ है. जबकि कटिहार में मध्य विद्यालय मिरचाई बाड़ी, राजकीयकृत मध्य विद्यालय कटिहार व मध्य विद्यालय बनिया टोला में योजना लागू होगी. किशनगंज में जगरनाथ आदर्श मध्य विद्यालय किशनगंज व सुबाबाई आदर्श मध्य विद्यालय ठाकुरगंज तथा अररिया में आदर्श मध्य विद्यालय चंद्रदेई व उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोचगामा में कार्यक्रम क्रियान्वित होगी.
इसके अलावा सहरसा जिला में रमेश कन्या मध्य विद्यालय बनगांव व आदर्श आवासीय मध्य विद्यालय शिक्षक संघ, सुपौल में उत्क्रमित मध्य विद्यालय राघोपुर, मध्य विद्यालय बभनगामा त्रिवेणीगंज व मारवाड़ी मध्य विद्यालय सुपौल तथा मधेपुरा में उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोसाई टोला व उत्क्रमित मध्य विद्यालय सोनवर्षा उदाकिशुनगंज में भी योजना का क्रियान्वयन किया जाना है.
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