जाम . दुकानदार से लेकर मरीजों के परिजन तक सड़क पर खड़ा करते हैं वाहन
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सिक्स लेन सड़क बनी पार्किंग जोन
जाम . दुकानदार से लेकर मरीजों के परिजन तक सड़क पर खड़ा करते हैं वाहन आवागमन की सुविधा व सड़क जाम से मुक्ति के लिए सिक्ल लेन सड़क जाम बनने के बाद भी लोगों को सड़क जाम से मुक्ति नहीं िमल पा रही है. सदर अस्पताल से काठ पुल तक सिक्स लेन पर आम लोग […]
आवागमन की सुविधा व सड़क जाम से मुक्ति के लिए सिक्ल लेन सड़क जाम बनने के बाद भी लोगों को सड़क जाम से मुक्ति नहीं िमल पा रही है. सदर अस्पताल से काठ पुल तक सिक्स लेन पर आम लोग सड़क पर ही वाहनों को खड़ा कर देते हैं, जिस कारण सड़क संकरी होने से लोगों को हर जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ता है.
पूर्णिया : करोड़ों की लागत से हो रहे सिक्स लेन सड़क के निर्माण के बावजूद जाम की समस्या से शहरवासियों को निजात मिलती नजर नहीं आ रही है. शहर के सदर अस्पताल से लेकर काठपुल तक सिक्स लेन सड़क लग्जरी गाड़ियों का पार्किंग जोन बन कर रह गया है. सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों के पार्किंग के कारण सड़क संकरी होने से हर रोज जाम की समस्या से राहगीर परेशान हो रहे हैं.
कटिहार मोड़ से ओवरब्रिज तक यह समस्या सुबह से शाम तक बनी रहती है. हालांकि जाम से निबटने एवं सुलभ यातायात बहाल करने की कवायद में यातायात पुलिस ने ऑटो के रूट में बदलाव भी किये हैं, लेकिन लग्जरी वाहनों के सड़क पर ही पार्किंग किये जाने से पुन: समस्या उत्पन्न होने लगी है. ऐसे में प्रशासनिक महकमे से भी इस जाम के लिए आम लोग जिम्मेवार हैं.
जाम के लिए आम लोग हैं जिम्मेवार
शहर तेजी से प्रगति कर रहा है, लिहाजा वाहनों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. लेकिन आम लोगों में ट्रैफिक के प्रति जागरूकता का अभाव है. वाहन की सवारी तो कर रहे हैं, लेकिन न तो दूसरों की असुविधा का ख्याल है और न ही ट्रैफिक के नियम-कायदे की परवाह है. ऐसे में जब जहां मन हुआ, गाड़ी खड़ी कर दी और अपने काम में मशगूल हो गये. यातायात नियमों का उल्लंघन अब आदत में शुमार हो गया है. समस्या यह है कि यह प्रवृत्ति इसलिए भी तेजी से फैल रही है कि नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ यातायात पुलिस द्वारा कभी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. ट्रैफिक पुलिस की नजर भारी वाहन वाले पर तो रहती है, लेकिन नियम उल्लंघन करने वाले के प्रति बेपरवाह बने रहते हैं. इस प्रकार लोगों की समस्या बरकरार है.
ट्रैफिक पुलिस बनी रहती है मूकदर्शक
पार्किंग का अभाव है बड़ी समस्या
लाइन बाजार के इस इलाके में प्रतिदिन तकरीबन पांच हजार मरीज एवं परिजनों का जमावड़ा लगता है. कोई टैक्सी, कोई ऑटो तो कोई निजी वाहन से इलाज कराने लाइन बाजार पहुंचता है. इसके अलावा डॉक्टर, दुकानदार और खरीदारों की भीड़ भी जुटती है. इतनी बड़ी भीड़ में बाइक से लेकर लग्जरी वाहन भी शामिल होते हैं. जबकि सदर अस्पताल के गेट के अलावा और कहीं भी पार्किंग स्थल उपलब्ध नहीं है. पार्किंग की जगह पर अवैध दुकानदारों का कब्जा है. लिहाजा यहां जाम आम समस्या है.
आम लोग हैं जाम के लिए सबसे अधिक जिम्मेवार
पार्किंग स्थल का भी है अभाव
यातायात िनयमों का उल्लंघन अब आम लोगों की आदत बन गयी है
सिक्स लेन टू लेन में हुआ तब्दील
सदर अस्पताल से काठपुल तक का इलाका नर्सिंग होम, पैथोलॉजी, दवा दुकान आदि के कारण हमेशा भीड़-भाड़ वाला इलाका साबित होता है. यहां हमेशा हजारों लोगों की भीड़ मौजूद रहती है. दूसरा पूर्णिया-गुलाबबाग का मुख्य मार्ग होने से वाहनों का आवागमन हमेशा जारी रहता है. ऐसे में डॉक्टर से लेकर पैथोलॉजी और दवा दुकान के मालिक तक सड़क के किनारे ही अपना वाहन लगाते हैं. उसके बाद मरीजों के परिजन भी आराम से सिक्स लेन को भी पार्किंग के रूप में इस्तेमाल करते हैं. यह ऐसा पार्किंग है, जहां किसी शुल्क की चिंता नहीं होती है. इस प्रकार सिक्स लेन टू लेन में तब्दील होकर रह गया है.
जाम की समस्या बदस्तूर है जारी
सिक्स लेन की परिकल्पना इस बात पर आधारित थी कि फोर्ड कंपनी चौक से जीरो माइल तक सबसे अधिक जाम की समस्या बनी रहती है. सड़क चौड़ी होने से जाम की समस्या से निजात मिलेगी. लेकिन लग्जरी गाड़ियों के सड़क पर ही पार्किंग के कारण जाम की समस्या और विकराल हो गया है. यह दीगर बात है कि इस रूट पर ऑटो परिचालन पर रोक लगा दी गयी है. इस सड़क पर ट्रैफिक पुलिस भी बहाल है, लेकिन लग्जरी गाड़ियों के अवैध पार्किंग से उत्पन्न हो रही जाम की समस्या भी बदस्तूर जारी है और राहगीर परेशान हैं.
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