पूर्णिया : सूबे की स्थिति भयावह है. रोज हत्या और दुष्कर्म हो रहा है. यहां जंगलराज से आगे महा जंगलराज की स्थिति है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दारू की बोतल में बंद होकर जगह-जगह घूम रहे हैं. वे पागल हो गये हैं और सोच रहे हैं कि दारू बंद करा कर पीएम बनेंगे. जबकि पीएम बनने का उनका कोई आधार नहीं है.
पैंचा लेकर मुख्यमंत्री बने हैं और अब पीएम बनने का सपना देख रहे हैं. उक्त बातें राजद सांसद तस्लीमुद्दीन ने शनिवार को नवरतन हाता स्थित राष्ट्रीय जनता दल राज्य परिषद सदस्य श्वेता यादव के आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही. वे सांसद श्रीमती यादव के आवास पर एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये थे. सांसद तस्लीमुद्दीन ने कहा कि सीवान में पत्रकार की हत्या मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. ऐसे सरकार को बख्शने की जरूरत नहीं है. मृत पत्रकार के परिजनों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए.
पत्रकार हत्या मामले…
जंगलराज के लिए केवल नीतीश कुमार जिम्मेवार हैं, लालू का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
वे लालू के सहयोगी हैं, नीतीश के सहयोगी नहीं हैं. लेकिन अगर लालू प्रसाद बुत की तरह खामोश रहेंगे तो वे खामोश नहीं रह सकते हैं. कहा कि हम बोल रहे हैं तो समझिए कि लालू भी बोल रहे हैं. किसी के इशारे पर बोलने की बात इसलिए नहीं है कि मुझे भी अपना विवेक है और जो हालात है, उसे देख कर बोलना जरूरी है. स्थिति यह है कि घर से बाहर लोग सुरक्षित नहीं हैं और अब तो पत्रकारों की भी हत्या हो रही है. तेजस्वी यादव क्या कुछ बोलते हैं, इससे उनको कोई लेना-देना नहीं है. कहा कि जो हालात हैं, उसमें नीतीश कुमार से राजद को समर्थन वापस ले लेना चाहिए.
सांसद ने कहा कि केंद्र अच्छा काम कर रहा है. सांप्रदायिकता के आरोप में भी कोई दम नजर नहीं आ रहा है. बालू माफिया और शराब माफिया विधायक और सांसद बने हुए हैं. मैं अकेला हूं, मेरा कोई कुनबा नहीं है, इसलिए मैं कुनबे की बात नहीं सोचता हूं. मौके पर हैदर अली, श्वेता यादव, मो एकबाल, मो यासिन आदि उपस्थित थे.